#આનંદ
धर्म का आदेश नहीं की तुम दुखी हो जाओ धर्म आनंद की खोज है।
मगर लोग दुख में कुशल हो जायेगे है।जहा दुख दुख न भी हो वहा दुख पैदा करता है।
वो दुख्मे इतने प्रवीण हो गए है।की उनको फूल भी काटे ही जाते है।जो सुख की कला नहीं जानते वोही दुख्का गुणगान करते है।
ऐसे लोगो ने है संसार को दुखालय नाम दे दिया है।हम में वो शक्ति है जो नरक को भी स्वर्ग बना सकते है।