सन् 2019 के गर्भ में पल रहे सन् 2020 का जन्म हो चुका है। नव कोपलें फूट चुकी हैं, नाज़ुक से पौधे को पेड़ बनना है।पत्तियाँ और फूल अभी आने हैं। इसके फूलों की ख़ुश्बू हम सबके मन को महका सके, सुकून के कुछ पल दे सके, इसके लिए इस पौधे की सिचाई एवं हिफाज़त की जिम्मेदारी के लिए हमें ही कटिबद्ध होना है। अंततः पौधे को फलदार वृक्ष बनता देख खुशी भी तो हमें ही मिलनी है।
दोस्तों ! साल भर का मत सोचिए। रोज़ सबेरे अपने साथ-साथ एक संकल्प इस पौधे के लिए भी लीजिए और उस दिन उसे ही पूरा करने का प्रयास कीजिए। नकारात्मक विचारों और असंभव जैसे शब्दों का प्रयोग अपनी जिंदगी से निकाल दीजिए।
तो आईए! हम सब मिलकर एक प्रण करते हैं -- इस पौधे के बढ़ने में अँजुरी भर सिंचाई का सहयोग हमारा भी हो। नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई।