देश मेरा..मेरी ज़मीं
———————
जान मेरी..देश मेरा,
इश्क़ मेरा .. ये मेरी ज़मीं,
माथे लगा के मिट्टी को,
महसूस करूँ..आँखों में नमी,
इस मिट्टी पे दिल क़ुर्बान,
इस मिट्टी..में जन्मा हूँ,
इस मिट्टी..में खेला हूँ,
ये मिट्टी .. ही..मेरा.. ईमान,
इसे जो देखे बुरी नज़र,
उस नज़र को ऐसी मार दूँ,
मिट्टी में मिला के अपना जिगर,
दुश्मन को हमेशा हार दूँ,
इस मिट्टी...पे दिल क़ुर्बान,
इस मिट्टी..में जन्मा हूँ,
इस मिट्टी..में खेला हूँ,
ये मिट्टी .. ही..मेरा..ईमान,
जब बोते बीज खेतों में,
तब करें इबादत मिल के हम,
लहराए जब..फ़सल यहाँ पर,
गीत शगुन के गाएँ हम,
इन खेतों में.. खलियानों में,
जान हमारी बस्ती है,
इस ज़मीं की मिट्टी..तन पे लगा के,
मस्ती में ..खो जाएँ हम,
इस मिट्टी...पे दिल क़ुर्बान,
इस मिट्टी..में जन्मा हूँ,
इस मिट्टी..में खेला हूँ,
ये मिट्टी .. ही..मेरा..ईमान,
आऊँगा.. तुझे चूमूँगा,
तेरे संग मैं भीगूँगा,
नसों में दौड़े..लहू ये बोले,
कितना हसीं वो दिन होगा,
जान मेरी..देश मेरा,
इश्क़ मेरा .. ये मेरी ज़मीं,
माथे लगा के मिट्टी को,
महसूस करूँ..आँखों में नमीं,
इस मिट्टी...पे दिल क़ुर्बान,
इस मिट्टी..में जन्मा हूँ,
इस मिट्टी..में खेला हूँ,
ये मिट्टी .. ही..मेरा..ईमान।
©️!!अनूप!!