#Gandhigiri
दिल को सुकूँ मिले..करूँ मैं ऐसा काम,
शब्दों में रस घोले..पिलाऊँ मैं ऐसा जाम,
थाम लूँ हाथ यूँही...कभी लड़खड़ाते क़दमों का,
सहारा बनूँ ..गर देखे कोई रस्ता किसी का,
रोए कहीं जो आँख कोई..हथेली बने रुमाल,
उदास हो गर मन कोई..गले लगा के..दूँ हँसी बेमिसाल,
रिश्ते सब मज़बूत हों..हरदम यही जुगत लगाता,
अपने सभी साथ हों..हरपल यही ख़्वाब सजाता,
अब एक यही है ख़्वाहिश पले..ऐसी एक मधुशाला हो,
ना हो कोई छोटा या बड़ा..नशा चढ़े तो.. बस प्यार का नशा हो।
©️अनूप