अपनी मजबूरियां मत बताना मुझे
तेरा सच भी लगे अब बहाना मुझे
नाम भुला हूँ अपना मगर याद है
तूने इक दिन कहा था दीवाना मुझे
भूल जाऊं तुम्हे तुमने कह तो दिया
कैसे भूलूँ मगर यह बताना मुझे
जिंदगी तेरे नखरे उठाये बहुत
एक दिन आ के तू भी मनाना मुझे
राह में आप उस दिन मुझे मिल गए
सब बताने लगे इक फ़साना मुझे
गुलशन मदान