#KAVYOTSAV -2
ये ना समझों
ये ना समझों मुझे उससे मोहब्बत नहीं,
या मेरी उससे कोई दुश्मनी हैं |
बात तो सिर्फ झूट बोलने की हैं,
वरना क्या हमने अपने दुश्मन को खंज़र नहीं दिया ||
उसने पानी के बदले ज़हर दिया मुझको,
अरे उसने सच बोला तो ज़हर पिया हमने |
तुम तो अपने थे तुमसे तो वफ़ा मांगी,
और तुमने उसके खातिर, जो दुश्मन था दगा दिया ||
तुमने कहा तो होता सिर्फ एक बार,
तुम्हे हमारी जान लेनी थी |
हम तो ख़ुशी से मर जाते,
तुम्हे अपनी जान दे कर ||