?अच्छे बर्ताव, प्रेम-भाव, करुणा, दया, धीरज, आनंद, संतुष्टी, सहनशक्ति आदी से रुठे को, दुर हो, पथ्थर दिल को पीघाला जा सकता है |...ॐD
?जैसा एक मां करती है | एक मां अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा देने के लिए कभी डांटती भी है | कभी दुलार भी करती है | कभी रोग दुर भगानेको कडवी दवा भी पीला देती और वही मां बच्चे को दर्द में तडपता देख रो भी पडती है | बस ऐसा ही कुछ व्यवहार सबके साथ होना चाहिए | दुसरे की खुशी में खुश | दुसरे के दर्द में दर्द | गलती पर डांट लगाना और कामयाबी पर पीठ थबथबाना | गीर जाए तो संभाल लेना और हिम्मत देकर होंसला बढाना और फीर उठ खडा कर दौडाना |...ॐD
? कीसी भी चीज / बात में निखार तभी आता है जब लगातार हर रोज अभ्यास हो वो चाहे नृत्य या कसरत या पाककला, या अभ्यास आदी बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक रोज ही हो सके उतना पसंदीदा कार्य, अनीवार्य कार्य करते रेहाना चाहिए |...ॐD