ज़िन्दगी अभी कहां मैं हारा हूं यारो
राख़ में दबा इक शरारा हूं यारो
दी ख़ुद को हिम्मत जब भी गिरा हूं
मैं ख़ुद ही ख़ुद का सहारा हूं यारो
दरिया को जो उसकी औकात में रखे
इक ऐसा पुख़्ता किनारा हूं यारो
न खोया वजूद जिसने सूरज के आगे
आसमान ए अदब का वो सितारा हूं यारो
पत्थरों को काट बनाता गया रास्ते
बहते पानी का वो धारा हूं यारों
अच्छा हूं बुरा हूं खोटा हूं खरा हूं
जैसा भी हूं मैं अब तुम्हारा हूं यारो
दोस्तो के दिलों में है घर ' राज ' का
यूं कहने को मैं आवारा हूं यारो