#MKGANDHI
मेरी दृष्टि में महात्मा गांधी
बुझी जाती है शम्मा मुशिरिकी आंधी से
उम्मीदें ज़िंदा है लेकिन भाई गांधी से
सौ बरस पहले कही गयी ये बात गांधीजी के बारे में आज भी मौजूं है,दो विश्वयुद्धों से आहत बीसवीं सदी की मानवता को भारत का उपहार हैं गांधीजी।एक आंख के बदले दूसरी आंख मांगने पर पूरी दुनिया के अंधी हो जाने का खतरा सबसे पहले गांधीजी ने ही चेताया था।उनके लिये अहिंसा का मतलब प्राणी मात्र के लिए दुर्भाव का अभाव था ,नोबेल पुरस्कार समिति का गांधीजी को नोबेलपुरस्कार ना दे पाने का अफसोस उनके महत्व की बानगी है ।