कहा था मैंने कई दफा कुछ चीजें सह नहीं पाऊंगी
चाहकर भी फिर कभी तेरे साथ रह नहीं पाऊंगी
कहा था मैंने हर बात हर गलती कबूल है मुझे
पर मेरे प्यार को धोखा मिले यह बिल्कुल ना गवार है मुझे
कहा था मैंने यह भी कि तुम्हारे बिना जी नहीं सकती
पर जब तुम ही तुम ना रहे तो मेरे बदलने में मेरी क्या गलती
कहा था मैंने रुक जाओ कहीं गलती सुधारने में देर ना हो जाए
जब तुम्हें ही कोई और चाहिए था तो हम खुद से कैसे बेवफा हो जाएं
कहा था मैंने अभी भी साथ रहने को तैयार हूं अगर तुम समझ जाते हो
रोज रोज messages and call करते हो क्यों नहीं चले जाते हो
कहा था मैंने कि वह दिन दूर नहीं कि जब तुम मुझे मनाओगे
और मैं मानना तो छोड़ो तुम्हारी बात भी नहीं सुनूंगी तब तुम शायद मेरा दर्द थोड़ा समझ पाओगे