Ek Musafir Ek Hasina - 44 in Hindi Thriller by Swati Grover books and stories PDF | एक मुसाफ़िर एक हसीना: A Dangerous Love Story - 44

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एक मुसाफ़िर एक हसीना: A Dangerous Love Story - 44

44

इंतज़ार

 

अब अनुज की  नज़र  लाश  पर गई  तो उसने देखा कि इसकी भी गर्दन पेन  से  काटी  गई  थी और ज़ाहिर सी बात  है,  इसका मर्डर  भी  उसकी जगह  हुआ था,  जहाँ  कोई कैमरा  न होl  अब उसने  यश की तरफ देखा जो  काफ़ी  परेशां  लग रहा है, ” क्या हुआ?” अनुज ने पूछाl “सर यह वहीं  आदमी हैl” “कौन आदमी ?”  इससे पहले  यश कुछ बोलता विवेक  बोल  पड़ा,  “सर राठी  का आदमी जिसने  हमारी  मदद की थीl” “क्या!!!” अनुज के मुँह से  यह निकला  और वह उतनी ही हैरानी  से  दोबारा उस आदमी  को  देखने लगाl “क्या नाम है, इसका?” “ सर  जग्गाl”  अनुज  के माथे  पर चिंता  की लकीरे  उभर  गईl   तुम माधव और सान्या  को बोलो  की  इस मर्डर  से  रिलेटेड  सभी इनफार्मेशन  लेकर  ग्यारह  बजे  तक पुलिस  स्टेशन पहुँचेl अब वह मीडिया  के सवालों  को  अनदेखा  करता  हुआ अपने घर की ओर  निकल गयाl  हालाँकि  उसे पता है  कि  उसे  नींद  नहीं आने वाली, मगर फिर भी उसे  कुछ देर अपने  बिस्तर  पर लेटकर  कमर  सीधी  करनी हैl

 

 

अनुज ने अपने खाली अपार्टमेंट  का दरवाजा  खोला ही था  कि  तभी उसे कमिश्नर  ने फ़ोन करकर   बताया  कि  वह  ग्यारह  बजे पुलिस  स्टेशन मीटिंग लेने आ रहा हैl वह अब  बाथरूम  में  गया और बाथटब में  गरम  पानी  डालकर  लेट गया और फिर दीवार  की  सीलिंग  की तरफ देखते  हुए सोचने  लगा,  “यह केस खत्म  हो या न  हो पर मेरी शादी  ज़रूर  खत्म  होने की कगार   पर है क्योंकि  कोमल  मेरे बिना अब ज्यादा  एन्जॉय कर रही  हैl”   उसने एक गहरी  साँस  ली और फिर आँखें  बंद  कर लीl

 

करीब  ग्यारह  बजे वह पुलिस  स्टेशन पहुँचा  तो कांस्टेबल  सुनील ने बताया कि  कमिश्नर  उसका बोर्ड  रूम में  वेट  कर रहें  हैंl अब वह बोर्ड  रूम  में  गया तो देखा कि  रूम  में  अश्विन  के साथ-साथ, यश, करण, सान्या, विवेक  और माधव  भी मौजूद  हैl  वह  भी उसी जमात  में  शामिल  हो गयाl  “अनुज इस चौथे  मर्डर  के बारे  में  तुम्हारा  क्या ख्याल  है?” “सर, यह उस सीरियल  किलर  का काम नहीं हैl” अनुज ने जवाब  दिया तो अश्विन  भी बोल पड़ा, “सर मैं तो आपको पहले ही कह  रहा हूँ  कि  यह उस सम्राट  का काम  हैl”  अब अश्विन ने माधव  की ओर  ईशारा  किया तो  उसने बोलना  शुरू  किया,

 

 

“सर  जग्गा को तलाक लिए  दो साल  हो चुके  हैं, वो तो आजकल  किसी  चंपा  नाम की लड़की  के साथ   फंसा  हुआ  है और चंपा  ने बताया कि  वे दोनों  बहुत जल्द  शादी  करने वाले थेंl” यह कहकर माधव  बैठ गयाl अब अश्विन  बोल पड़ा,  “सर सम्राट  ने  ही उसे गद्दारी  करने की सजा  दी है, हाँ लेकिन  मर्डर  उस सीरियल  किलर  के स्टाइल  में  किया हैl”  सभी अश्विन  की बात  से  सहमत  हैl अब यश ने कहा, “सर, कही  ऐसा  तो नहीं कि  सीरियल  किलर  ही सम्राट  होl” यह सुनकर  अश्विन  को हँसी  आ  गईl “वो इतना  फी  नहीं है कि  दिल्ली  के लोगों  की लव  लाइव  के बखिया  उखड़ने  में  लगा रहेगा l “ “मगर फिर भी अश्विन  उसे पता कैसे चला कि  किलर  हमेशा  पेन  से मारता  है, हमने तो कभी मीडिया  को  यह बात  नहीं बताईl” अनुज ने मुँह से यह सुनकर सब  सोच  में  पड़  गएl  “कह  तो अनुज ठीक रहा हैl” कमिश्नर बोलाl अब अश्विन  ने दिमाग  लगाते  हुए कहा,

 

 

“सर,  अगर वो  देवेन  सीरियल  किलर   है और उसने राजीव यानी  सम्राट  को यह बता  दिया हो कि वह  ऐसी  हरकते  करता  है या फिर राजीव ने  देवेन  को अपनी तरफ कर लिया होl”  अब अश्विन  की बात सुनकर  कमिश्नर  ने फिर कहा,  “क्या तुम  दोनों  को पकड़कर  जेल  में  डालो  और  थर्ड  डिग्री  टॉर्चर  से सब  उगला  वोl” यह सुनकर  सब एक दूसरे  का मुँह देखने लगेl  अब अनुज ने उसकी बात  का जवाब  देते हुए कहा,” सर कोई  ठोस  प्रूफ  नहीं है कि  राजीव  सम्राट  है और यही देवेन  के साथ भी हैl  अगर  मीडिया  में  बात फैल  गई  कि  हमकेस  रफा दफा   करने  के लिए दो आम  से लोगो को  मोहरा   बना  रहें है तो जवाब  आपको ही देना  पड़ेगाl” अनुज ने बात सुनकर  अश्विन  भी बोला, “सर अनुज ठीक कह रहा है, देवेन  की स्टेशनरी  की फैक्ट्री  ज़रूर है पर अगर  उसने  यह साबित कर दिया कि  मर्डर  की रात  वह कही और था तो हमें  उसे छोड़ना  पड़ेगाl”

 

“तो फिर कोई तो तरीका  होगा, इस किलर  को पकड़ने  का?” कमिश्नर  चिल्लायाl

 

“सर एक ही तरीका  है, “ यश ने जवाब  दिया तो कमिश्नर  ने कहा,  “वो क्या?”

 

“सर  हमें   अगले  टारगेट  पर नज़र  रखनी  होगीl”

 

“यश, दिल्ली  के लोग अब जिससे  प्यार कर रहें  है उसी से शादी कर रहे  हैंl”  अश्विन  ने हँसते  हुए कहा तो सान्या  बोली,” क्यों ना  सर हम ऐसा  कोई टारगेट ख़ुद तैयार  करेंl” अब सब  उसे गौर से देखने लगेंl

 

“मुझे कुछ  नहीं पता, यह  किलर  और सम्राट  हमारी  गिरफ्त   में  होने चाहिएl समझे!!” अब गुप्ता  ने सबको घूरकर  देखा और सभी ने “यस सर” कहकर  सिर  हिला दियाl उसके जाते  ही सब आपस  में  बात करना लगेंl “सर मुझे लगता है, हमें  एक बार उस देवेन  को धर  लेना चाहिएl” यश तुम भी ग़लत नहीं हो पर मैं चाह  रहा था  कि  हम उसे रंगे  हाथो पकड़े  ताकि देखते ही गोली मार  देंl” अनुज  की आँखें  आग उगल  रही हैl  “क्यों अपनी  बीवी  का गुस्सा  उस पर  निकाल  रहा हैl” अश्विन हँसते  हुए कहाl “और तू  किसका गुस्सा  सम्राट  पर निकाल रहा  है?” अनुज के मुँह से यह सुनकर  अश्विन  गंभीर हो गया, “क्या मतलब, तू कहना क्या चाहता है?” “यही कि कल तुझे देखकर लग रहा था सरकार  को तो सम्राट जिंदा सिर्फ  गोल्ड  की वजह से चाहिए बाद में वह छूट भी जाए तो उन्हें फर्क नहीं पड़ेगा पर तुझे सम्राट  की जान चाहिए,” “तुझे पता नहीं है, उसने कितनो  को मारा  हैl” अश्विन  ने सफाई दीl “तो ?? उसके लिए  हमारे  कानून  में  फाँसी  का प्रावधान  है और अगर उस मंत्री  सर्वेश  को  कुछ हो गया तो सरकार पक्का  उससे सोना  लेकर जेल  ही भेजेगी  और फिर बहुत जल्द  उसे फाँसी  की सजा  मिलेगीl” “यह सजा उसके लिए बहुत कम  हैl” अश्विन  ने  गुस्से में  पेपर वेट  घुमाते  हुए कहाl अब अनुज  ने कुछ बोलना ठीक नहीं समझा और  फिर सबकी और देखते  हुए कहा,

 

“हम सबको पक्का  यकीन  है कि  किलर  उस ट्रैन  में  ही था और वह  उन छह  लोगों में  से कोई हैl  जिसमे  से चार  हमारे  प्राइम  सस्पेक्ट  हैl अगर देवेन  वापसी  पंचमढ़ी  नहीं पहुँचा  तो हमें  उसे ढूंढना  होगा क्योंकि  वह ही  किलर  लग रहा है और अगर वो  पंचमढ़ी  पहुँच  गया तो हमें  उससे वहां  जाकर  दबोचना होगा, सान्या  सही कह रही है, हम  टारगेट  खुद  प्लान करेंगे ताकि  वह उस तक आये और हम उसे पकड़  लेंl”

 

“सर यह पंचमढ़ी  में  होगा?” सान्या  ने सवाल  कियाl

 

“सान्या  पहले तो इस जग्गा  के मर्डर  की तफ्तीश  अच्छे  से करो, क्या पता कोई सुराग मिलेl फिर इस देवेन को ढूंढते  है,  फिर देखते  है, आगे क्या करना है और हाँ  माधव  दिल्ली में  जिन-जिनकी शादी  हो जनवरी  में  होने वाली है, उनकी डिटेल  भी देखो, इसमें टाइम लगेगा  इसलिए एक  टीम बनाओ और हाँ इस देवेन की स्टेशनरी  की फैक्ट्री  की विजिट  मैं  खुद करूँगाl” यह सुनकर  सभी अपने काम करने  बोर्डरूम से निकल गएl अनुज का उखड़ा मूड़  देखकर अश्विन  ने पूछा,  “तू मुझसे नाराज  है?” “हाँ क्योंकि  तू मुझसे बातें  छुपाने  लग गया हैl” अनुज  ने उसे घूरते  हुए जवाब  दियाl “देख !! यार,  मुझपर भरोसा  रख, मैं तुझे टाइम आने पर सब बता दूंगा लेकिन प्लीज  मुझसे नाराज  न हो,  सिवा तेरे, मेरा कौन हैl” अश्विन  की मुँह से यह सुनकर अनुज ने हँसते  हुए कहा,  “नौटंकी!!!” अब अश्विन भी  हँसते  हुए बोला,  25  दिसंबर  को सम्राट  की कहानी  खत्म  होने के बाद, मैं तुझे अपनी ज़िन्दगी का एक  गुज़रा  हुआ किस्सा  भी सुनाऊंगाl”  अब अश्विन  को इतना  गंभीर देखकर अनुज बोला,  “25  दिसंबर  दो दिन बाद है” “और मुझे तुझसे ज्यादा  उस दिन का इंतज़ार  हैl” अश्विन  ने मुस्कुराते  हुए  कहाl