Ek Musafir Ek Hasina - 43 in Hindi Thriller by Swati Grover books and stories PDF | एक मुसाफ़िर एक हसीना: A Dangerous Love Story - 43

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एक मुसाफ़िर एक हसीना: A Dangerous Love Story - 43

43

बेवफाई की सजा मौत

 

अब राहुल के घर  पर खटखट  होते ही उसके पिता जगमोहन ने दरवाजा  खोला  और अपने  सामने  तीन अनजान  लोगों  को देखकर  वह ठिठक  गए,  उन्होंने  थोड़ा  डरते  हुए पूछा,

 

“जी आप लोग कौन है? “

 

“पुलिस ! अश्विन  ने आईडी  दिखाया l”  यह  देखकर  राहुल  के पिता  के हाथ-पैर  काँपने  लगें l उन्होंने कातर  आवाज़  में  पूछा,

 

“कुछ हुआ है, क्या ?”

 

“आपका बेटा  और बहू  कहाँ पर है? “

 

“वो दोनों  तो पिक्चर  देखने मॉल गए हैं  l”

 

“कौन से मॉल?” अनुज ने सवाल किया l

 

“सर वो तो नहीं बताया l”

 

 राहुल के पिता  जगमोहन  ने  ज़वाब  दिया l अब यश ने उसका  नंबर मिलाया तो वह पहले  की तरफ स्विच  ऑफ जा रहा है  और फिर  करण  ने तभी मैसेज  किया कि  सिमरन की लोकेशन  ट्रेस  हो गई  है  l “सर  वो लोग पैसिफिक  मॉल  में  है l” अब  वे तीनो  जाने लगे  तो जगमोहन ने पूछा, “सर बात  तो बताए l”  “बहुत जल्द  आपको और पूरी  दुनिया  को पता चल जाएगाl “ अश्विन  के मुँह से यह सुनकर जगमोहन  हतप्रभ  रह  गया l

 

 

कुछ ही देर में  तीनों  पैसिफिक  मॉल के अंदर बने हॉल की  स्क्रीन  नंबर-3  के अंदर  चले गए l अब यश ने हॉल  की  आखिरी  पंक्ति की कार्नर  वाली सीट  पर टोर्च  मारा  तो  वे दोनों  पॉपकॉर्न  खाते हुए फिल्म देखते नज़र  आए l अब यश ने उन दोनों  के पास  जाकर  कहा,  “चुपचाप  हमारे  साथ चलो, अगर  कोई चालाकी  करने की कोशिश  की  तो यही गोली  मार देंगे और हाँ  हम पब्लिक  के बीच कोई हंगामा  नहीं करना  चाहते l” राहुल और सिमरन  के तो होश उड़  गए l वे  डरते  हुए उन लोगों  के साथ  चलने  लगें l राहुल ने लगभग  गिड़गिड़ाते  हुए पूछा,  “सर आप हमें  क्यों ले जा रहें  है? और आप वहीं    है ना  जो  उस दिन  हमें  ट्रैन  में  मिले थें?” “हाँ पुलिस!!” अनुज ने जवाब दिया l अब ख़ुद को किसी बड़ी मुसीबत में भाँपकर  सिमरन  की आँखों  में  से तो आँसुओ  का फव्वारा  फूट  रहा है l 

 

कुछ  ही देर में   वो पुलिस  के इंटेरोगेशन  रूम  में  पहुँच  चुके  हैं l दोनों  से अलग-अलग  पूझताझ  की  जा रहीं  है l अश्विन  और अनुज  राहुल  को घेरकर  बैठे  है, अश्विन  का मन  कर रहा  है  कि  राहुल  का मुँह  तोड़ दें,  मगर उसने  खुद  को काबू  में  कर रखा है l

 

“तो क्यों  सम्राट  तुम्हारा  प्लान  तो हमने  चौपट  कर दिया l”

 

“सर मेरा नाम राहुल और मैं  कोई सम्राट-वम्राट  नहीं हूँ l”  उसने हिम्मत दिखाते  हुए ज़वाब  दिया l अब अनुज  ने उसे क्लब की फुटेज  दिखाई   तो  यह हैरान  होते हुए बोला,  “सर मैं  इस क्लब  में  आज तक नहीं गया, मैं सच कह रहा  हूँ, मेरा यकीन  करें, मैं  तो सात  बजे से उसी  मॉल  में  अपनी  बीवी  के साथ  घूम  रहा हूँ, पहले  हमने  शॉपिंग  की, फिर डिनर  और फिर लेट  नाइट  मूवी का शो  देखने लगें l” राहुल एक ही साँस  में  बोल गया l

 

“अगर  तूने सच  नहीं बताया  तो मैं तुझे अभी के अभी  जान  से मार दूँगा l” अश्विन  दहाड़ते  हुए बोला l

 

“सर मैं  सच कह रहा  हूँ,  अब उसने  डरते  हुए  ऑनलाइन  बिल  दिखाए  जो उसने  ऑउटलेट  और रेस्ट्रा  और मूवी हॉल में  दिए  थें l

 

“तेरा  सामान  कहाँ  है?”

 

“सर वो तो  हॉल  वालों  ने जमा कर लिया था  l”  राहुल लगभग  रोने को हुआ l

 

“तूने अपना  फ़ोन क्यों बंद कर रखा है? “

 

 

“सर वो बैटरी  डेड  हो गई   थीl”  उसने अब जेब से अपना  फ़ोन निकालते   हुए कहाl 

 

“मुझे पता लगा था कि तुम नौकरी  करते थे पर उस ट्रेन से उतरने के बाद, तुमने  यह कपड़े  का बिज़नेस  क्यों  शुरू  कर दिया? अनुज ने फिर सवाल कियाl

 

“सर आपको कैसे पता चला?” राहुल ने भी हिम्मत दिखाई l

 

“हमने उस ट्रेन में चढ़ने से पहले और तुम लोगों के उतरने के बाद  तुम सब पैसेंजर के बारे में पता किया  था l” “और वैसे भी सवाल पूछने का हक़ हमारा है l” अश्विन ने अनुज के बोलने से पहले कड़क आवाज में यह कहा तो राहुल झेंप गयाl

 

“सर, पापा  की शॉप  थी पर पापा  बीमार  रहने लगें  तो बंद  कर दी थी, जब  मेरी नौकरी  छूट  गई  तो  सोचा, जब तक दूसरी  नहीं मिलती, तब तक मैं  इस काम  को कर लोl   उसने कातर  आवाज  में  कहा l

 

ऐसा ही हाल  राहुल की बीवी  सिमरन का है,  वह तो दहाड़े  मारकर  रो रही है,  उसने भी वहीं  बताया  जो राहुल ने बताया है l अब अनुज के कहने  पर यश उस मॉल  में  राहुल और सिमरन के बयान  की सच्चाई  पता करने चला  गया l

 

 

सुबह  के चार  बज रहें  हैं,  अनुज एक कॉफी  लेकर  आया और अश्विन  को पकड़ाते  हुए बोला,  ‘इसे पी  और रिलैक्स  कर, “ उसने अनुज के  हाथों से कॉफी  ले  ली और अब दोनों  पुलिस  स्टेशन  में आमने-सामने रखी कुर्सी पर बैठकर  एक  दूसरे  से गुजरी रात  के बारे में  चर्चा  कर रहें हैं l  “तूने  इस राहुल पर नरमी   क्यों दिखाई,  अब्दुल  को तो तू पागलों  की तरह मार रहा थाl”  अश्विन  ने कॉफी  का एक घूँट  पीते  हुए कहा,

 

“क्योंकि  मैं  समझ  चुका  था कि  यह सम्राट  नहीं हैl”

 

“कब और कैसे?” अनुज हैरान हैl

 

“जब यह मॉल  में  भीगी  बिल्ली  की तरफ हमारे  साथ चल  रहा था और  अगर यह सम्राट  होता तो हॉल  में  मिलता ही नहीं l”

 

“तो फिर वो  कौन था, जो क्लब  में  दिखा था? “ अनुज ने उसे सवालियां  नज़रों  से देखाl

 

“वह सम्राट  था और उसने राहुल के चेहरे  का सिलिकॉन  मास्क पहन रखा था l” 

 

“इसका मतलब  सम्राट ने सर्जरी  नहीं  करवाई, सिर्फ एक अनजान आदमी के  चेहरे का मास्क पहन लियाl“

 

“करवाई  है  यार  पर साले ने  हमें  पागल  बनाने के लिए यह नाटक किया,  ज़ाहिर सी बात है, उसी  ट्रैन  में  सम्राट  था और  उसने राहुल  को वहाँ देख लिया होगा और मेरे आदमी ने बताया है  कि  राजीव और देवेन दोनों दिल्ली  में  हैl”

 

“पर कहाँ ?” अनुज ने हैरानी से पूछाl

 

“पता नहीं, वो दिल्ली स्टेशन से  ऐसे  गायब हुए जैसे  भैंस  के सिर  से सींगl”  अश्विन  ने खुनस  में  कॉफी  का कप  टेबल पर रखाl

 

“इसका  मतब पंचमढ़ी  जाने का कोई फायदा  नहीं है?”

 

“फ़िलहाल तो नहीं है क्योंकि  मुझे पूरा  यकीन  है कि  सम्राट  दिल्ली  में  है और शायद  वो किलर  भीl”  अश्विन  ने उसे गौर से देखते  हुए कहाl 

 

अब  राठी को छोड़कर  अब्दुल, राहुल और सिमरन  को  पुलिस  स्टेशन से जाने  दिया गयाl  अनुज ने  भी अब टाइम देखते  हुए कहा,  “पाँच  बजने वाले  है, चल घर चलकर  आराम  कर  लेते हैं, फिर देखते है कि  आगे क्या करना  हैl”  अनुज ने यह कहते  ही  अश्विन  भी उसी  के साथ घर  जाने के लिए पुलिस स्टेशन से  निकल पड़ाl

 

अनुज  की गाड़ी  उसकी मंजिल  के पथ  की ओर  अग्रसर  है और अब इससे पहले वह अपने  घर पहुँचता उसे एक फ़ोन आया और उसने गाड़ी  गोलमार्किट  की तरफ घुमा  दीl  वहाँ  यश और विवेक  एक गाड़ी   को घेरकर खड़े  है और उनके साथ पुलिस  के शिकारी  कुत्ते और मीडिया  के कुछ लोग भी मौजूद  हैl यश ने  फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया  हुआ है क्योंकि  उस गाड़ी  में  एक आदमी  की लाश  है और गाड़ी  के शीशे  पर लिखा है,  “बेवफाई  की सजा मौत !!!!”