Tere Ishq me ho jaau Fannah - 2 in Hindi Love Stories by Sunita books and stories PDF | तेरे इश्क में हो जाऊं फना - 2

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तेरे इश्क में हो जाऊं फना - 2

तभी एक खूबसूरत औरत एक-दूसरे में पूरी तरह डूबे हुए थे। उनका रोमांस अपने चरम पर था। वह आदमी अपनी बाहों में औरत को जकड़े हुए था, उसकी सुराही जैसी गर्दन पर हल्की-हल्की सांसें छोड़ते हुए उसे किस कर रहा था। औरत ने मुस्कुराते हुए उसकी पीठ पर हाथ फेरा।

तभी उसके कानों में फोन की घंटी की आवाज़ पड़ी। उसने हल्की झुंझलाहट से टेबल की ओर देखा और फिर उस आदमी से कहा, "डार्लिंग, तुम्हारा फोन बज रहा है!"

लेकिन आदमी इस वक़्त किसी और ही दुनिया में था। उसने औरत की गर्दन पर और गहरा किस करते हुए कहा, "फोन को छोड़ो ना... अभी हमारा वक़्त है।"

औरत ने उसके बालों में अपनी उंगलियां फेरी और मुस्कुराई, लेकिन फोन की लगातार बज रही घंटी ने उसका ध्यान फिर से भटका दिया। उसने थोड़ा हटकर कहा, "देखो ना, कौन कॉल कर रहा है? हो सकता है कुछ ज़रूरी हो!"

आदमी को यह पसंद नहीं आया, लेकिन अनमने ढंग से उसने हाथ बढ़ाया और फोन उठाया। स्क्रीन पर नाम देखते ही उसके चेहरे का रंग उड़ गया। एक झटके में वह बिस्तर से उठा और कमरे के दूसरे कोने में जाकर फोन उठाया।

खौफ और रहस्य

"हाँ... बोलो!" उसकी आवाज़ अब रोमांटिक नहीं, बल्कि गंभीर थी।

दूसरी तरफ वही लंबी दाढ़ी वाला आदमी था, जिसने पेड़ के पीछे से कॉल किया था।

आदमी ने गहरी सांस ली और खिड़की से बाहर देखने लगा। उसे महसूस हुआ कि खेल अब और खतरनाक हो चुका है। वह कुछ सोच ही रहा था कि तभी औरत का फोन भी बज उठा। उसने घड़ी की ओर देखा और फिर बिस्तर से उठकर अपने कपड़े ठीक करने लगी। फोन उठाते ही उसकी भौंहें तन गईं।

"मैं निकल रही हूँ," उसने कहा और अपना बैग उठाया।

आदमी अभी भी फोन पर बात कर रहा था, लेकिन जब वह पलटा तो देखा कि औरत जा चुकी थी। वह खीझ कर खुद से ही बड़बड़ाया, "ये भी चली गई..."

अभी खेल बाकी है

वह कुछ देर वहीं खड़ा रहा, फिर उसने अपने फोन की स्क्रीन देखी और एक नया नंबर डायल कर दिया। उधर से किसी ने फोन उठाया, और उसने सिर्फ एक ही वाक्य कहा,

"तैयारी पूरी करो… इस बार कोई गलती नहीं होनी चाहिए!"

कहानी अभी ख़त्म नहीं हुई थी… यह तो बस शुरुआत थी।

शहर का सबसे महंगा होटल – एक खतरनाक रात

शहर की सबसे महंगी और आलीशान होटल की रोशनी दूर से ही दिखाई दे रही थी। बाहर महँगी गाड़ियों की लाइन लगी थी, और हर गाड़ी से निकलते ही रईसी टपकते चेहरे होटल के अंदर दाखिल हो रहे थे। होटल के सबसे बड़े बॉलरूम में इस वक्त शानदार पार्टी चल रही थी। अंदर की सजावट किसी राजमहल से कम नहीं लग रही थी – झूमर की चमक से पूरा हॉल रोशन था, महंगे शराब के गिलास झनझना रहे थे, और हर कोने में खूबसूरत मेहमानों की हलचल थी। लेकिन इस चकाचौंध में भी सबकी निगाहें बार-बार दरवाजे की ओर जा रही थीं – किसी खास के इंतजार में।

अगर आप लोगो को मेरे कहानी अच्छी लगे तो आगे कि कहानी भी ज़रूर पढना क्यों इस कहानी मैं और भी मजा आने वाला है |