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सज़ा
अब अश्विन अपने साथ अनुज और सान्या को लेकर पंचमढ़ी की गलियों में से गाड़ी निकाल रहा हैं। गाड़ी चलाते अश्विन ने अनुज को कहा, “यार मुझसे बहुत बड़ी गलतो हो गई, मुझे ईशा को अपने मिशन के बारे में बारे में बताना चाहिए था, उसे कहना चाहिए था कि वह अपनी शादी अभी ना तोड़े, पहले हम सीरियल किलर को पकड़ लेते फिर वह अमित को मना करती, अगर उसे कुछ हो गया तो...... “ अश्विन के चेहरे पर दर्द उभर आया। “ईशा कुछ नहीं होगा,” अब उसने अमित को कॉल किया तो उसने बताया कि ईशा उससे बात करने के बाद मयूर वन की तरफ गई थी । अब यश को भी अनुज को कॉल आ गया,
“हाँ यश बोलो, “
“सर मैं समर की लोकेशन आपको सेंड कर रहा हूँ और देवेन और नंदिश अपना फ़ोन रिसोर्ट पर ही छोड़ गए हैं ।“ अब उसने अश्विन को गाड़ी रोकने के लिए कहा और खुद सान्या के साथ बीच रास्ते में उतर गया और जाते वक्त सान्या ने उसे अपनी पिस्तौल दे दी। अब अश्विन की गाड़ी मयूर वन की ओर दौड़ने लगी।
ईशा ने तेज़ी से चलते हुए पीछे मुड़कर देखा तो एक आदमी मुँह पर नक़ाब लगाए उसके पीछे चलता आ रहा है। अब वह तेज़ी से भागने लगी तो वह आदमी भी उसके पीछे दौड़ने लगा।
समर ने कोमल को एक कॉटेज के कमरे में बंदकर रखा है, वह रोते हुए चिल्ला रही है,
“प्लीज दरवाजा खोलो !!!! जाने दो मुझे।“
अब समर दरवाजा खोलता है और वह बाहर की तरफ भागने लगती है तो वह उसे पीछे धक्का देकर कहता है, “मेरी बात सुनो कोमल” “अब वह डरी-सहमी कोमल की तरफ बढ़ता है तो वह उसे पीछे हटती हुई दीवार से चिपक जाती है। वह उसके मासूम से चेहरे को छूने की कोशिश करता है तो वह उसका हाथ पीछे कर देती है, “सुनो कोमल, मैं तुम्हें कोई नुकसान पहुंचाने के लिए यहाँ नहीं लाया हूँ।“ अब उसने उस कमरे की ड्रावर से पेपर निकाले और उसको दिखाते हुए कहा, “देखो यह तुम्हारे और उस अनुज के तलाक के पेपर है, तुम इन पर साइन कर दो और उस अनुज से मैं साइन करवा लूँगा ।“ “मुझे थोड़ा टाइम चाहिए।“ कोमल ने डरते हुए कहा तो वह उस पर चिल्लाया, “और कितना टाइम चाहिए, तुम्हें।“ देखो !!! मैं तुम्हें बहुत खुश रखने वाला हूँ, इसलिए देर मत करो, “ अब उसने कोमल का हाथ ज़बरदस्ती पकड़कर उससे पेपर पर साइन करवा लिए, कोमल चिल्लाती रही पर उसकी सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा।
ईशा पागलों की तरह भागती हुई सड़क के किनारे बनी झाड़ियों में छुप जाती है और वह आदमी उसे वहीं ढूंढ़ने लगता है। अश्विन मयूर वन में ईशा को देखता है मगर उसे वहाँ ना पाकर फिर अपनी गाड़ी सड़क पर दौड़ा देता है।
अब साइन होने के बाद, समर खुश होकर कहता है कि “यार अब उस तुम्हारे नमूने पति के साइन करवा लूंगा” कि तभी अनुज और सान्या कमरे में आ जाते है और अनुज जेब से पिस्तौल निकालकर उसकी ओर तान देता है तो समर जेब से चाकू निकालकर कोमल की गर्दन पर रख देता है और वह चिल्ला पड़ती है।
रेवा लैपटॉप पर रेहान के उस विज्ञापन कंपनी की वेबसाइट देख रही है जिसके बारे में रेहान ने बताया था कि वह वहाँ काम करता है और नॉवेल लिखने के लिए छुट्टी लेकर आया है। एम्प्लॉय वाले सेक्शन में जाकर उसे पता लगता है कि वहाँ रेहान नाम का एक एम्प्लॉय है पर उसकी शक्ल रेहान से बिल्कुल भी नहीं मिलती तो उसकी हैरानी का ठिकाना नहीं रहता है । तभी रेहान उसके पीछे खड़ा अपनी ट्रॉउज़र की जेब में हाथ डाले उसकी इस हरकत को मुस्कुराते हुए देख रहा है, अब रेहान बड़े प्यार से उसे देखते हुए पूछता है,
“क्या कर रहो हो जान !!!”
रेवा घबराकर पीछे मुड़कर देखती है।
“तुमने तो कोई नॉवेल ही नहीं लिखा।“ उसकी ज़बान लड़खड़ा रही है।
“कोशिश तो बहुत की पर लिख नहीं पाया” रेहान के चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान है।
“क्या मतलब ? “
“मैं राइटर नहीं हूँ और ना ही उस एड एजेंसी में काम करता हूँ, वो तो मैंने उन्हें पैसे दिए थे ताकि जब पुलिस मेरे बारे में उनसे पूछे तो वह यह बता दे कि मैं यहाँ काम करता हूँ ।“
“कौन हो तुम, और कहीं तुम वो किलर तो नहीं हो?” यह कहकर वह बाहर भागने लगती है तो वह उसे कसकर पकड़ लेता है, “छोड़ो मुझे जाने दो मुझे, “ इससे पहले रेवा की आवाज बाहर जाती वह उसका मुँह बंद कर देता है।
ईशा उस आदमी की नज़रों से बचकर सड़क के दूसरी तरह बने एक पब्लिक बूथ की तरफ जाती है, उसे अश्विन का नंबर तो पता नहीं इसलिए वह अमित को कॉल करती है, “ हेल्लो !! अमित मुझे बचाओ, एक आदमी मेरे पीछे पड़ गया।“ तभी वह आदमी ईशा को बालों से पकड़कर बूथ से घसीटता हुआ सड़क पर पटक देता है, ईशा चिल्ला रही है पर उसकी आवाज सुनने वाला दूर-दूर तक कोई नहीं है। वह खुद को घसीटती हुई पीछे जा रही है और किलर हाथ में हरे रंग का वो धारीदार पेन निकालकर उसकी तरफ बढ़ने लगता है, ईशा रोती हुई कहती है, “प्लीज मुझे छोड़ दो, कौन हो तुम? क्या तुम्हें सम्राट ने भेजा है?” ईशा अब भी रोते हुए पीछे हटती जा रही है और किलर उसकी ओर बढ़ता जा रहा है। “प्लीज मुझे छोड़ दो, मेरा एक ढाई साल का बच्चा भी है, वो मेरे बिना कैसे जियेगा, तुम मुझे क्यों मारने चाहते हो।“ अब ईशा उठकर भागने की कोशिश करती है पर किलर उसे बालों से पकड़कर अपनी तरफ खींचता है। “अहहाआआ !!!! छोड़ दो मुझे।“ अब उसने ईशा की हाथ की कलाई को चाकू से काँटा तो वह ज़ोर से चिल्लाई, “अश्विन!!!!” अब उसे याद आया कि कभी वो भी पुलिस की स्पेशल स्क़ॉड टीम का हिस्सा हुआ करती थी, उसने अब उस किलर को एक ज़ोर से लात मारी तो किलर की पकड़ ईशा के बालों से छूटी और वह अपना जख्मी हाथ लिए भागने लगी। मगर उसे भागते समय लगा कि वह बेहोश होने वाली है। अब किलर ने सड़क के किनारे रखा पत्थर ईशा की पीठ पर दे मारा और वह दर्द से तड़पते हुए वहीं गिर गई।
समर ने कोमल को एक हाथ से पकड़ा हुआ है और एक हाथ से चाकू उसकी गर्दन पर रखा हुआ है। “चलो, जल्दी से तलाक के पेपर पर साइन करो,” “ यह क्या बकवास है,” अनुज समर पर दहाड़ा । “तुम्हारी बीवी साइन कर चुकी है, अब तुम्हारी बारी है।“ “अनुज इसने मुझसे जबरदस्ती करवाए” कोमल ने रोते हुए कहा तो अनुज की आँखें गुस्से में आग उगलने लगी। “ना करूँ तो।“ “तो फिर एक बात ध्यान रखना कि कोमल मेरी नहीं हुई तो तुम्हारी भी नहीं रहेगी।“ “अनुज मुझे बचाओ!!!!” कोमल ने रोते हुए कहा और फिर जेब से वहाँ टेबल पर रखे पेन को उठाकर बेमन से साइन करने लगा तो पास खड़ी सान्या ने देखा कि समर का ध्यान अनुज के पास रखी उसकी पिस्तौल पर है जो उसी टेबल पर रखी जिस पर पेपर रखकर अनुज तलाक के पेपर पर साइन कर रहा है, अब उसने बिना देर किए वही टेबल पर रखा पानी का गिलास समर के सिर पर दे मारा और इससे उसका बॅलन्स ख़राब हुआ और अनुज ने लपककर कोमल को अपनी तरफ खींचा और सान्या ने समर को दबोच लिया और फिर जल्दी से फर्श पर गिरी कोमल की चुन्नी से उसके हाथ बाँध दिए और अनुज ने उसके गले लगी कोमल को एकतरफ किया और फिर समर को तब तक मारा जब तक कि वह बेहोश नहीं हो गया।
शनाया ने रिसोर्ट के अपने कमरे से सम्राट के आदमी को कॉल किया जिसके कहने पर उसने अश्विन को फँसाया था।
“हेल्लो !!!”
“तुमने मुझे कॉल क्यों किया? “ वह आदमी चिल्लाया।
“सम्राट कहाँ है, मुझे अभी के अभी बताओ?”
“तुम्हारी पहुँच से बहुत दूर ।“ यह कहकर उस आदमी ने फ़ोन रख दिया और शनाया ने गुस्से में टेबल पर रखा पानी का जग दीवार पर दे मारा।
ईशा के गिरते ही किलर ने ईशा को पैर से अपनी तरफ किया और उसके हाथ से बहते खून से ज़मीन पर लिखा, “बेवफाई की सजा मौत!!!!”