Ek Musafir Ek Hasina - 69 in Hindi Thriller by Swati Grover books and stories PDF | एक मुसाफ़िर एक हसीना: A Dangerous Love Story - 69

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एक मुसाफ़िर एक हसीना: A Dangerous Love Story - 69

69

प्लान

 

अब माया मुस्कुराते  हए अश्विन  के पास  आई  उसे घूरते  हुए बोली,

 

“तुम यहाँ  क्या कर रहें  हो?”

 

“काम से फ़ारिग  हो गया था इसलिए सोचा घूमने ही आ जाओ l” उसने भी माया को  घूरते  हुए ज़वाब  दियाl  वही  शनाया  भी रेवा की तरफ आयी तो उसके चेहरे  पर गुस्से के भाव  उमड़  आयेl 

 

“तुम यहाँ  कौन सा खेल, खेल रही  हो?”

 

“तुम अपनी  कहो, तुम्हारे  खेल के बारे में  तुम्हारे  भाई, बाप  या माँ  को पता हैl”  यह सुनकर  शनाया  का मुँह  बन  गया और वह उसे धौंस  दिखाते   हुए बोली,  “मेरे रास्ते  में  गलती से भी मत आना समझीl”

 

“मुझे पता होता कि यहाँ  तुम्हारे  भाई  की शादी  का  तमाशा  होने वाला है तो मैं  तुम्हें  यह रिसोर्ट  कभी  नहीं देतीl” 

 

“यह रिसोर्ट  तुम्हारा  है?” शनाया  हैरान  हैl 

 

“यहाँ  कि  हर चीज़  सिर्फ मेरी  है समझी,  नाउ  गेट लॉस्ट l”  यह कहकर  रेवा  वहाँ  से चली  जाती  है  और शनाया भी  मुँह बनाते  हुए अपने  रूम  की तरफ  जाने लगती हैl  

 

सान्या  ने पूल  के पास  बैठे  अश्विन  को  धीरे  से  कहा, “सर ब्रेकअप  कब करना है?, कोमल  मैडम  तो मुझसे इस शादी  को लेकर  बहुत  सवाल  करती रहती  हैl”  “हम्म  मैं समझ सकता हूँl” अब उसने एक नज़र  कोमल  की तरफ देखा जो समर  से हँस-हँसकर  बातें  कर रहीं  हैंl  “आज शाम  को करते हैं, “ “ओके  सर” कहकर सान्या  ने सिर  हिला दियाl   वहीं  अनुज भी अश्विन  के पास  आकर  बैठते  हुए बोला,  “देख रहा है तू कोमल  को, क्या गुल खिला  रही हैl “ “यार कोमल  भोली  है, उसे दुनिया  का पता नहीं  है तू बस इस समर  पर नज़र  रख क्योंकि  यह तेरे और कोमल  के बीच  की तानातानी  को समझ  चुका  हैl”   “वैसे तुझे ईशा  की बात  पर यकीन  है?” “पता नहीं, सम्राट  का पास्ट  रिकॉर्ड  उसे देशद्रोही  साबित  नहीं करता, मगर उसने सर्वेश  को तो मारा  है या मरवाया है और उसने ईशा को बिना नुकसान पहुंचाए  जाने दिया तो इससे यह साबित  नहीं होता कि  वह  बेकसूर  हैl”  

 

शाम का समय  है, रिसोर्ट  में  चहल-पहल हैl   सान्या  अश्विन  के ईशारे  का इंतज़ार  कर रहीं  है तो वहीँ  अश्विन ईशा  को देख रहा है जो  मज़बूरी  में अमित  से और उसके उसकी  मम्मी  से बातें कर रही  हैl  रवीश  सिंघल  तो फ़ोन पर बिजी  है तो वहीँ  माया पूल  में  मछली  बनकर  विचरण  कर रहीं  है और  उसकी बहन शनाया  रिसेप्शन  पर बैठी  रेवा को लगातार  घूर रहीं  है, उसका चेहरा  बता  रहा है  कि  उसे  रेवा के बारे में  कुछ तो पता है पर अगर  उसने मुँह  बंद न रखा  तो रेवा  उसकी  सम्राट  के साथ मिले होने की बात उसकी फैमिली को बता सकती है और इसका  रिस्क वह कतई  नहीं ले सकतीl  “मिस शनाया  सिंघल  मैंने  तुम्हारे कमरे यहाँ तक कि  तुम्हारी  हर चीज़  में  माइक्रोफोन  फिट कर दिया है  और यह मैंने  तुम्हारी  बाकी  फैमिली मेंबर  के  साथ भी किया है, अब इस ना  होने शादी  में  शामिल  होने का  कुछ  तो फायदा हमें इन सिंघल से मिलना चाहिएl”   अश्विन  ने मन  ही मन  कहाl  

 

अब अमित की माँ  रोमा ने ईशा  के हाथ  में  कुंदन का कंगन  पहनाते  हुए कहा,  “अब से तुम हमारी  हुई,   वेलकम  टू  द  फैमिलीl “  “आंटी  मैं  आपकी  फैमिली  को डिज़र्व  नहीं करती l”  ईशा  ने कंगन  उतारकर  वापिस  दे दियाl  अमित  ने हैरान  होते हुए कहा,

 

“जान इट्स  ओके, मॉम  एक रस्म  कर रही हैl “  उसने अब  ईशा  को गले लगाना चाहा  तो उसने खुद को उससे अलग  करते हुए कहा,  “अमित मैं  तुमसे शादी नहीं कर सकतीl” 

 

“क्या !!! क्या  मतलब  है, तुम्हारा?” वह इतनी ज़ोर  से चिल्लाया  कि  सभी  उन्हें  देखने लगे और अश्विन  गुस्से से अमित को देखने लगाl 

 

“अमित  ईशान अश्विन  का बेटा  है और मैं आज भी उससे प्यार करती हूँ, मुझे तुम्हारे  प्यार  की कदर  है और मैं मानती हूँ कि  तुमने  मेरा बहुत साथ दिया है पर मैं  अश्विन  से तबसे प्यार करती हूँ जब हम कॉलेज  में  थेंl” 

 

“ईशा!!! मैंने तुम्हारे  साथ पूरी  ज़िन्दगी की प्लानिंग  कर ली थी, तुम्हें और ईशान  को लेकर  मैंने  बहुत सपने देखे थें और तुमने एक पल में  ही मेरा दिल तोड़  दियाl   सात  दिन बाद  हमारी  शादी  है और अब तुम......” यह कहते  हुए उसने  अश्विन  को  घूरकर  देखा  तो वह  कुछ बोलने को हुआ मगर  ईशा ने आँख के ईशारे  से उसे मना  कर दियाl 

 

“अमित  क्या हम अकेले  में  बात सकते हैं?”

 

“अब बात करने  को बचा ही  क्या है,  यह कहकर वह गुस्से में  रिसोर्ट से बाहर  निकल गया तो ईशा भी उसके पीछे-पीछे  चली गईl   अब रेवा  ने नंदिश  का चेहरा  देखा तो अनुज  ने समर और देवेन  को देखा  तो तीनों  ऐसे  भाव  दे रहें है कि  उनका बस चले तो ईशा  को अभी  मार देंl रेहान ने रेवा के गाल  चूमते  हुए कहा,  “तुम किस सोच  में  पड़  गई,  इट्स  ओके  यार,  तलाक  होने से तो ब्रेकअप  होना बेहतर  है, क्यों?”   रेवा ने कोई  जवाब  नहीं दिया तो उनके पास आए नंदिश और देवेन बोले,  “इस लड़की ईशा  ने बिल्कुल  अच्छा नहीं कियाl”

 

रात  के दस  बजे रहें  हैं,  रेवा कुछ सोचते  हुए नंदिश  के कमरे  में दाखिल  होती है और कुछ देर की गुफ्तुगू  के बाद चेहरे पर डर के भाव लिए उसके  कमरे  से निकल  जाती है और वहीँ सिंघल  फैमिली  एक रूम में  बैठकर  आज जो हुआ उसके बारे  में  बात कर रही हैं,

 

 माया ने  अपना फ़ोन हाथ में  पकड़े लापरवाही  से कहा,

 

“भाई तो अभी  तक आये नहीं, शायद  कहीं देवदास बने बैठे  होंगेl” 

 

“वो इतना कमज़ोर नहीं है और वैसे भी उसे कब लड़कियों  की कोई कमी  थीl” रवीश  सिंघल  ने सिगार  का धुआँ  छोड़ते  हुए जवाब दियाl 

 

“अमित  के दोस्त से आज रात की फ्लाइट से वापिस जा रहें  हैं तो क्या हम सुबह  चले?” रोमा  का सवाल  है l

 

“नहीं मम्मा  आये  है  तो कुछ  दिन घूम  लेते हैं  l “ माया ने शनाया  की तरफ देखा तो वह भी  कुछ  सोचते  हुए बोली,

 

“हाँ  माया सही कह रही हैl”

 

“अगर ईशा  ने भाई से शादी तोड़ दी है तो  इसका मतलब उस अश्विन  की शादी  भी टूट  गई  होगीl “ यह कहते  हुए माया  के चेहरे  पर शरारती  मुस्कान  आ गईl  

“माया ईशा अश्विन राणा का प्यार है l” शनाया ने यह कहते हुए उसे घूरकर देखा तो माया का मुंह बन गया और रवीश सिंघल नाक सिकोड़ते हुए बोले, “अगर वो गुप्ता बीच में ना आता तो उस राणा को तो जेल ही होनी थीl”

 

“सर हमारे  प्लान  का क्या हुआ?” “ सान्या  भाड़  में  जाए  हमारा  प्लान l”  अभी तक ईशा  घर नहीं आई  है,  “तभी उसे रिसोर्ट में आता अमित दिखाई  दिया तो वह  उसकी  ओर  लपका,  “ईशा  कहाँ  है?” “पता नहीं, “ वह गुस्से से  जवाब  देते हुए अपने कमरे  में  चला  गया तो अश्विन  ने  पैर  पटकते  हुए कहा,  “ईशा  अपना  फ़ोन भी भी यही  भूल गई  हैl”  तभी अनुज भागता हुआ आया और बोला,  “यार  कोमल  भी कहीं नज़र नहीं  आ रही  और उसका फ़ोन स्विच  ऑफ  हैl”  अब तीनों  ने रेहान  से देवेन , समर  और नंदिश के बारे में  पूछा  तो वह बोला वे  लोग रिसोर्ट   से बाहर गए  है और राजीव  कल से.....”  अब रेहान  की पूरी  बात सुने  बिना अश्विन, अनुज और सान्या  बाहर  की ओर  भागे l

 

ईशा  अमित से बात करने के बाद ज़हनी  सकून  के लिए उसी वन में  बैठ  गई  थी जहाँ  रेवा और रेहान आए  थे और रेवा के मुताबिक यहाँ  आबादी  कम  ही आती   हैl अब ईशा  ने आसपास  देखा कि एक दो लोगों  के अलावा  वहीं  रह  गई  हैl  अब वह वापिस  जाने के लिए वहाँ  से निकली तो कुछ देर चलने  के बाद उसने एहसास हुआ  कि  एक काला  साया उसके पीछे  आ रहा हैl

 

रेवा रेहान को नंदिश की असलियत बताने के लिए उसके कमरे में गई तो देखा कि वह कमरे में नहीं और उसका लैपटॉप खुला हुआ है अब यह सोचकर कि उसके नॉवेल का कुछ भाग ही पढ़ लिया जाए तो उसने डॉक्यूमेंट में फाइल ढूंढी तो उसे वह कहीं नहीं मिली, फिर उसने पूरा लैपटॉप छान मारा तो उसे कहीं कोई ऐसो फाइल नहीं मिली जिसमे कुछ लिखा हो l  

 

जहाँ अनुज कोमल को लेकर परेशान है वहीं  अश्विन  की यह सोचकर  जान  हलक  में  आई  हुई  है कि  उसके प्लान में बेकार में  ही   ईशा  शामिल  हो गई और अब सीरियल  किलर  उसकी  जान  लेने के लिए उसके पीछे  लग चुका  हैl