62
तेज़
अनुज और यश उस आदमी को अपने साथ लेकर जा रहें हैं, जिस आदमी ने होटल में माया पर अटैक किया था और जो उन गुंडों में भी शामिल था जिन्होंने माया को किडनैप करने का नाटक किया था। उस आदमी ने डरते-डरते यश से पूछा, “मुझे कहाँ ले जा रहें हो? “ “वैसे तू तुझे मारने जा रहें हैं बाकी हमारे सर का मूड़ बदल गया तो कुछ कहा नहीं कहा जा सकता है।“ यह सुनकर वह आदमी बहुत डर गया।
अब अश्विन ने परदे की ओट से देखा कि एक लड़की टॉवल ओढ़े बाथरूम से कमरे के अंदर आई, है वह लड़की उसके लिए बिल्कुल अनजान है। अब वह लड़की अलमारी से कपड़े निकालने लगी और फिर कुछ सेकंड्स बाद उसने अपना टॉवल बेड पर गिरा दिया और निकाले गए कपड़ों को पहनने लगी। अश्विन की नज़र उसके चेहरे पर गई तो नीली आँखें देखकर वह चौंक गया और उसके बाद उसने पैर की तरफ देखा तो उसकी एड़ी में वहीं टैटो था, जो उस कबाड़ी वाले ने बताया था, टैटो तो माया के भी था और आँखों में लेंस लगाने की वजह से उसका संदेह माया पर ही था “पर यह कौन है, “ अभी वह यह सोच ही रहा था कि माया ने कमरे में एंट्री ली तो अश्विन और चौंकना हो गया। माया ने बेड पर लेटते हुए कहा,
“तुम आज वापिस जा रही हो? “
“हम्म और तुम्हारे पैसे मैंने ट्रांसफर कर दिए हैं।“
“हाँ मुझे पता चल गया, वैसे एक बात पूछो,” अब माया बालों में कंघी करती उस लड़की को देखकर बोली।
“पूछो, क्या पूछना है?”
“यहीं कि सम्राट तो तुम्हारे लिए सीरियस नहीं है फिर तुमने उसके लिए इतना बड़ा रिस्क क्यों लिया।“
“माना हम एक साल से ही एक दूसरे को जानते है पर इसका मतलब यह नहीं कि वो मेरे लिए सीरियस नहीं है और एक बात हमेशा याद रखो कि सम्राट के लिए मैं कुछ भी कर सकती हूँ ।“
“पर मैंने तो सुना था कि वह किसी और से प्यार करता है।“ माया अब गंभीर है।
“उसने उसे छोड़ दिया है” अब वह लड़की हल्का सा मेकअप करने लगी।
माया ने गहरी साँस छोड़ते हुए कहा, “मुझे तो लग रहा है कि उसने तुम्हारा यूज़ किया है, उस अश्विन को हटाने के लिए और तुमने मेरा ।“
“तुम्हें भी तो पैसे चाहिए थें और तुम्हारे कहने पर ही मैंने उस फालतू सी कॉस्मेटिक कंपनी में पैसे लगाए और अब मैं वापिस लंदन जा रही हूँ, कुछ दिन बाद भाई की शादी के बहाने आऊँगी तुम ऐसे दिखाना कि कई साल बाद मुझसे मिली हो।“
“वैसे सम्राट है, कहाँ है और अब दिखता कैसे है?” माया ने पूछा।
“दिखता कैसे है, मुझे भी नहीं पता पर दिल्ली से बाहर है यह ज़रूर जानती हूँ।“ मैं उसकी सर्जरी से पहले उससे उससे मिली थी।“ अब उस लड़की ने अपना पर्स उठा लिया। “और हाँ माया, उस अश्विन से सावधान रहना वो तुम्हें छोड़ेगा नहीं।“
माया ने एक आह भरते हुए कहा, “ मैं तो चाहती ही हूँ कि वह मुझे कभी नहीं छोड़े।“ यह सुनकर उस लड़की ने वाहियात से भाव चेहरे पर लाते हुए कहा, “मर्दों के मामले में तुम्हारी चॉइस हमेशा से ही बेकार रही है।“
“नहीं यार, तुम ऐसा नहीं कह सकती, अमन अच्छा लड़का था और अश्विन की तो बात ही अलग है।“ अभी वह बोल ही रही होती है और तभी एक आदमी अंदर आकर माया को कहता है, “माया मैडम कोई बिल्ली आ गई थी उसने फायर अलार्म की तार को छेड़ा।“
“बेवकूफ हो क्या, फायर अलार्म ऊपर दीवार पर है और बिल्ली ज़मीन पर, कैमरे में चैक करो।“
“मैडम फायर अलार्म की तार ज़मीन को छू रही थी ।“ उस आदमी ने सफाई दी। अश्विन ने मन ही मन एक फिर शीना को थैंक्स कहा, जिसने फायर अलार्म की तार को जानबूझकर दीवार पर लगे हुक से हटाकर ज़मीन पर गिरा दिया था ताकि अश्विन की मदद हो जाए।
“अच्छा रवि, मेरी गाड़ी तैयार है?” एयरपोर्ट चलना है।
“जी शनाया मैडम,” ड्राइवर आपकी वेट कर रहा है।
“भैंस की आँख !!!” शनाया नाम सुनकर अश्विन के मुँह से धीरे से निकला।
“यार आज इस साल की आखिरी रात है न्यू ईयर पर यही रुक जाती ।“
“नहीं माया मैं कोई रिस्क नहीं ले सकती और अब तो डैड भी इंडिया आ चुके हैं।“
अब माया शनाया और रवि उस रूम से निकलकर नीचे की ओर जाने लगे। अश्विन ने खिड़की से देखा कि शनाया तो चली गई पर माया वापिस विला के अंदर आ रही है।
“अरे!! यार इस नागिन ने मुझे यहाँ देख लिया तो जेल जाना पड़ सकता है।“ अश्विन ने परेशां होते हुए कहा।
अनुज ने उस आदमी के सिर पर बंदूक लगाते हुए कहा, “क्या करेगा जीकर, जब तूने सच ही नहीं बताना।“ “नहीं साहब, मुझे मत मारो।“ वह आदमी रोने लगा । “फिर वहीँ बता जो सच है,” अब उस आदमी ने कातर आवाज में कहा, “मैंने ही माया मैडम के कहने पर उन पर अटैक किया था और वो किडनैप का नाटक भी उनके कहने पर हुआ था, उन्होंने मुझे दिल्ली के नेब सराय में छुपने के लिए एक घर भी दिया था। होटल की छत से चॉपर पर ले जाने का प्लान भी उन्ही का था।“
यश ने उस आदमी के बयान को रिकॉर्ड करने के बाद अनुज को दे दिया। “यश इसे ऐसी जेल में रखना जहाँ फ़रिश्ते भी पर नहीं मार सकें, माया सिंघल तो दूर की बात।“
अब अश्विन उस फ्लोर से छत पर चला गया क्योंकि नीचे कैमरा खराब होने का और उन आदमियों के बेहोश होने का शोर मच चुका और माया ने सबको अलर्ट कर दिया है। अब उसने अनुज को कॉल किया जो खुद कमिश्नर से मिलकर लौट रहा है।
“हाँ अश्विन मैं तेरे घर ही आ रहा था।“
“मैं घर पर नहीं हूँ, अब उसने उसे सारी बात जल्दी से बताने के बाद कहा, “ मुझे किसी भी तरह माया के इस ख़ुफिये विले से निकाल।“ “ ठीक है, मैं कुछ करता हूँ।“
अश्विन माया के आदमी के क़दमों की आहट सुनकर समझ गया कि वे छत पर आ रहें हैं, उसके दिल की धड़कनें तेज़ होने लगी वही माया को यह यकीन है कि उसके इस विला में कोई तो दाखिल हुआ है। अब अश्विन की नज़र छत पर रखी टंकी पर गई तो वह उस 1000 लीटर की टंकी के अंदर छुप गया। वहीं अनुज ने माया को फ़ोन करकर कहा कि उस किडनैपिंग के केस में उससे मिलना चाहता है तो माया ने उसे वहीं विला आने का बोल दिया क्योंकि उसे लगा कि अगर इस विला में अश्विन दाखिल हुआ है तो फिर उस पर कोई इल्जाम लगाकर रंगे-हाथों पकड़वा दूँगी और फिर उसके डैड उसे जेल के अंदर करवा ही दम लेंगे। यह सोचकर उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई तो अनुज भी यह सोचकर खुश हो गया कि माया ने उसे ख़ुद ही विला ने अंदर आने का निमंत्रण दे दिया । अब माया का एक आदमी टंकी की तरफ बढ़ रहा है। कमर तक भीगे अरविन्द को टंकी का ठंडा पानी भी थोड़ा परेशान कर रहा है तो वहीँ उस आदमी के कदम टंकी के बहुत नज़दीक आ चुके हैं और अश्विन के साँसे घड़ी की सुई से भी तेज़ चल रही है।