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राहुल
राठी अब कुछ सोचते हुए बोला, “ हाँ आज सम्राट से मिलना था और मुझे लगता है, तुम यह भी जान चुके हो क्यों?” राठी ने अश्विन को गौर से देखते हुए जवाब दिया l अब अश्विन और अनुज एक दूसरे की तरफ देखने लगें l “वो रक्षा मंत्री को मारना चाहता है, इस बात का हमें पता चला चुका है और आज वो तुझसे मंत्री जी की इंफोरमेशन लेने आने वाला था पर अब वह कहाँ है ?” अश्विन चिल्लाया l
“मैं भी तुम्हारी तरह उसी का इंतज़ार कर रहा था मगर जो हुआ तुम्हारे सामने है l” राठी ने चिढ़कर कहा l
“तू उसे इनफार्मेशन कैसे देने वाला था?” अश्विन फिर दहाड़ा l
“मैं उसे एक पेनड्राइव देता l”
“कहाँ है वो पेनड्राइव ?” अब उसने अश्विन को घूरते हुए अपनी ट्रॉउज़र की जेब में हाथ मारा तो उसमे से कुछ नहीं निकला l उसने हैरान होते हुए कहा, “मेरी जेब में ही थी, पता नहीं कहाँ चली गई, “ यह सुनते ही अश्विन ने बिना देर किए राठी को मारना शुरू कर दिया l “साले झूठ बोलता है, तूने पहले ही सम्राट को पेनड्राइव दे दी थी l “ “नहीं, मैंने नहीं दी, “ उसने मार खाते हुए कहा l अब अश्विन ने राठी को मारते हुए कुर्सी से गिरा दिया, अब राठी की साँस चढ़ने लगी तो अनुज ने उसे रोकते हुए कहा, “बस यार!!! और वह अश्विन को खींचता हुआ वहाँ से ले गया l “अश्विन कण्ट्रोल यार!!! अगर यह कस्टडी में मर गया तो सबसे पहले तुझे ही इस केस से हटाएंगे, समझा l” अब अश्विन ने गहरी साँस लीl “अब यश के पास चल क्योंकि हमें दिखाने के लिए उसके पास कुछ हैl”
अब दोनों बोर्ड रूम में चले गए, यश के पास पैराडाइस क्लब की फुटेज मौजूद है l अब उन दोनों ने कुर्सी पर बैठते ही अनुज बोला, “राठी के आदमी की शर्ट के बटन पर जो कैमरा लगा था, उसकी फुटेज भी है?” “ जी सर बल्कि उसकी फुटेज से हमें एक क्लू मिला है l” अब उन्होंने फुटेज देखनी शुरू की l
राठी का एक बार भी हाथ उसकी पेंट की जेब में नहीं गया है और ना ही उसके पास कोई आदमी आया, सिवाय उस एक आदमी के जिसे उन्होंने भी क्लब में देखा था l उसके बाद वो डांसर उसकी गोद में बैठी और फिर वह अब्दुल आया l अब अश्विन ने गुस्से में कहा, “अनुज, यह डांसर अपना काम कर गई l” “ यश, करण मुझे यह डांसर किसी भी कीमत पर चाहिए और वो भी ज़िंदा l” “यस सर” कहते ही यश करण को अपने साथ लेकर निकल गया और अनुज ने अश्विन की तरफ पानी की बोतल की तो वह एक ही साँस में सारा पानी पी गयाl
यश और करण उस डांसर के फ्लैट में पहुँचे तो देखा कि वह बाहर से लॉक है, फिर उसकी फ़ोन लोकेशन देखी गई तो फ़ोन बंद आ रहा हैl अब उन्होंने उसके साथ काम करने वाली डांसर से पूछताझ की तो उन्होंने बताया कि वह कैब लेकर दिल्ली से बाहर जा रही हैl
अश्विन अभी भी राठी से सम्राट के बारे में जानने लगा हुआ हैl मगर उसके वहीं जवाब है, “जितना पता था, सब बता दियाl” राठी का वकील भी पुलिस स्टेशन आ पहुँचा है पर अश्विन ने उसकी माफिया किंग के साथ इन्वॉल्व की बात कहकर उसे राठी से मिलने नहीं दिया और वह यह कहकर वापिस चला गया कि कल कोर्ट के खुलने पर वह परमिट के साथ आएगाl उन दोनो ने ही उसकी बात को अनसुना कर दिया क्योंकि उनको पता है कि नेशनल सिक्योरिटी के चलते उसे इतनी आसानी से जमानत नहीं मिलने वालीl
रात के बारह बजे यश और करण एक लेडीज कांस्टेबल के साथ उस डांसर को लेकर पुलिस स्टेशन पहुँचेl डांसर ने अब जीन्स और टॉप पहने रखें है l मेकअप से लुपापीता चेहरा खूबसरत दिख रहा हैl जब उसने अपने सामने यश, अश्विन, अनुज और एक अच्छी खासी सुडैल लेडीज कांस्टेबल को देखा तो डर के मारे उसके चेहरे पर पसीना आने लगाl “ यश इन मैडम को कहाँ से पकड़ा?” “ सर आगरा जा रही थी, बीच में अपना फ़ोन खोला तो लोकेशन ट्रेस हो गईl” अब अश्विन ने उसे घूरते हुए कहा,
“डांस तो अच्छा करती हो पर अब मुँह भी खोलोगी तो तुम्हारी सेहत के लिए भी अच्छा रहेगाl “
“मुझे कुछ नहीं पता, “ उसने डरते हुए कहाl
“नाम क्या है, तुम्हारा ?”
“मेनका,” उसकी आवाज़ में हिचक हैl
“मेनका यह स्वर्ग नहीं है, जहाँ तुम्हें पलको पर रखा जायेगा, इसलिए आराम से कह रहा हूँ कि सच-सच बताओ, पेनड्राइव किसको दी?” उसने अब भी कुछ नहीं कहा तो अश्विन ने लेडीज कांस्टेबल की तरफ देखा जिसने एक ज़ोरदार चाटा उसके मुँह पर जड़ दियाl मेनका के तो होश ही ठिकाने आ गए, उसने आँखों में आँसू भरकर कहा, “सर मुझे सिर्फ यह कहा गया था कि पेनड्राइव राठी की जेब से निकालकर टेबल नंबर 12 पर बैठे आदमी की जेब में डाल देनाl मुझे इस काम को करने के पचास हज़ार मिले थेंl”
“किसने दिए थें? “
“पता नहीं, सुबह एक अनजान नंबर से कॉल आया, उसने मुझे यह काम करने के लिए पचास हज़ार मेरे अकाउंट में डाले और मैंने बस यह काम कर दियाl”
“वो नंबर कहाँ है?” अनुज ने पूछाl
“कोई फायदा नहीं है, अब तक तो नंबर के परखचे उड़ गए होंगेl ऐसा काम लोकल सिम से करा जाता हैl फिर भी एक बार यश चेककर लो, उसने वहीं किया और आश्विन की उम्मीद के अनुसार वह नंबर उपलब्ध नहीं बता रहा हैl
“इस मेनका को अभी पुलिस कस्टडी में ले जाओ, बाद में देखते है, इसका क्या करना हैl “ अनुज ने लेडिस कांस्टेबल से कहा तो वह चिल्ला पड़ी, “सर प्लीज मुझे छोड़ दें, मुझे इससे ज्यादा कुछ नहीं पताl” “अब थोड़ा डांस जेल में भी कर लो क्योंकि पुलिस से भागकर तुमने खुद ही अपने लिए मुश्किलें पैदा कर ली हैl समझी !!! “ अश्विन के यह बोलते ही लेडीज कांस्टेबल मेनका को वहाँ से ले जाने लगीl
अब अश्विन, अनुज, यश और करण के साथ एक बार फिर फुटेज देखने बोर्ड रूम की तरफ गएl अब उन्होंने टेबल नंबर 12 की फुटेज देखीं तो उनके आँखें खुली की खुली रह गईl मेनका टेबल नंबर 12 पर बैठे एक आदमी से चिपक रही है यश थोड़ा जूम करो और इस आदमी के चेहरे को ब्राइट करो, अश्विन की बात मानते हुए उसने वही किया और फिर उन्होंने देखा कि मेनका ने बड़ी सावधानी से पेनड्राइव को उस आदमी की जेब में डाल दिया है और वह आदमी कोई और नहीं बल्कि ट्रैन में मिला चौथे डिब्बे नंबर का पैसेंजर राहुल है जो आँखों पर मोटे फ्रेम का चश्मा लगाए पहचान में ही नहीं आ रहा हैl
“यार !!! इसे हमने इग्नोर कैसे कर दियाl “ “लाइटिंग की वजह से, देख नहीं रहा, यह चोमो कितने अँधेरे में बैठा हैl” आश्विन के यह बोलते ही यश बोला, “सर पर इसकी उम्र तो तीस साल से कम थी और इसकी गाँधीनगर मार्किट में कपड़ों की दुकान हैl” “यश वो सम्राट किसी की भी आइडेंटिटी ले सकता है, झूठे आधार कार्ड और कोई भी डाक्यूमेंट्स बनवाना कोई बड़ी बात नहीं है” “और मुझे तो लग रहा है यह सिमरन भी इसी के साथ मिली हुई हैl “ अनुज के यह कहते ही अश्विन ने भी कहा, “सम्राट कितनी भी कोशिश कर लें पर अब दिल्ली दूर नहींl यह कहते ही अश्विन, यश और अनुज के साथ इस राहुल उर्फ़ सम्राट को धरने पुलिस स्टेशन से निकल गया l