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नसीबा
कोमल ने टेबल पर नाश्ता परोसते हुए कहा, “मैं कुछ दिनों के लिए अपनी मम्मी के यहाँ जा रही हूँ l” यह सुनकर अनुज को अच्छा नहीं लगा क्योकि उसे पता है कि कोमल की मम्मी तो उसे उसके खिलाफ और भड़का देगी l उसने अब बड़े नर्म लहज़े में कहा, “अगर तुम घर पर रहकर बोर हो रही हो, तू कोई जॉब कर लो l” “मेरा फ्रीलांस काम मुझे बोर नहीं होने देता पर मैंने अब कुछ और सोचा है, “ “क्या?” अनुज ने भोहें उचकाते हुए पूछा, “मैं बिज़नेस करना चाहती हूँ, इसके लिए मेरा भाई मुझे दो-तीन जगह दिखायेगा तो सोच रही हूँ कुछ दिन अपने मायके में ही रहो, फिर अगर सब सही रहा तो एक छोटा मिनी मॉल खोलने का मन है l “ अनुज ने इसे हैरानी से देखा,” पैसा कहाँ से आ आएगा?” उसने चिढ़ते हुए जवाब दिया, “तुमसे तो माँग नहीं रही, पापा मेरी मदद कर देंगे l” यह कहते हुए वह टोस्ट मुँह में डालने लगी तो अनुज थोड़ा नाराज होते हुए बोला,
“पापा से पैसे लेने की क्या ज़रूरत है l”
“क्यों मैं उनकी बेटी नहीं हूँ, उनकी प्रॉपर्टी में मेरा हक़ भी बनता है l” उसने इतराते हुए ज़वाब दिया l
“अकेले सब मैनेज कर लोगी l” अनुज ने कोमल को शंका से देखा l
“हाँ, मेरे साथ मेरी कजिन शिप्रा और मेनका भी पार्टनर होंगे और फिर कुछ ऑनलाइन स्टोर की मदद से भी हम अपना सामान बेचेंगे l” उसने बड़े गर्व से अपना प्लान बताया तो वह बोला, “ ठीक है, पर कोई जल्दबाज़ी मत करना, कुछ भी करने से पहले मुझे बता देना हैl” अब अनुज ने अपना आख़िरी ब्रेड का स्लाइस मुँह में डाल लिया और कोमल ने मुँह बनाते हुए “हम्म” में जवाब दे दिया l
जब अनुज पुलिस स्टेशन पहुँचा तो उसने देखा अश्विन, यश और करण के साथ कोई प्लान बना रहा है l वह भी उनके पास बैठते हुए बोला, “क्या चल रहा है ?” “आज रात पैराडाइस क्लब को घेरना हैl” अश्विन ने कॉफी पीते हुए जवाब दिया l “आईडिया तो अच्छा है पर सम्राट को पता चल गया कि तू भी वहाँ मौजूद है तो वह चौकना हो जाएगा l “ अनुज ने अपनी बात कहीं l “तभी तो यह प्लान बना रहा हूँ l” अब अनुज ने अश्विन की तरफ सवालियां नज़रों से देखा तो उसने उसे प्लान बताना शुरू किया l
“मैं और यश भेस बदलकर पैराडाइस क्लॉब में दाखिल होंगे और करण विवेक के साथ बाहर नज़र रखेंगाl मुझे पूरा यकीन है कि राठी क्लब के कैमरे ख़राब करवा चुका होगा ताकि भविष्य में पुलिस को अंदर की कोई भी फुटेज ना मिलें इसलिए हम सबकी शर्ट के बटन पर पहले से ही माइक्रो कैमरा लगा होगा l” अश्विन ने यह बोलने के बाद एक गहरी साँस ली l अनुज ने कुछ सोचते हुए कहा, “प्लान तो अच्छा है पर तू इसमें मुझे भी जोड़ लें l” “क्यों तुझे घर नहीं जाना l” “ कोमल कुछ दिन अपनी मम्मी के यहाँ रहने वाली है l” उसने मुँह बनाते हुए जवाब दिया तो अश्विन ने मुस्कुराकर हामी भर दी l अब अनुज ने पूछा, “यार! उस राठी के आदमी का क्या हुआ जो हमारी मदद कर रहा है l “ “सर, वह भी हमारी मदद के लिए वहीँ होगा l” करण के यह कहते ही अश्विन के मुँह से निकला, “तो फिर रात की रात धमाल करने की रात है l” यह सुनकर सबके चेहरे पर मुस्कान आ गईl
शाम पौने सात बजे अश्विन यश और अनुज चेहरे पर बड़ी-बड़ी दाढ़ी लगाए क्लब में दाखिल हुए l उन्होंने शर्ट के साथ जैकेट और जीन्स डाल रखी हैl तीनो की शर्ट के ऊपर के दो बटन खुले हुए हैं l उन्हें देखकर कोई भी अंदाज़ा लगा सकता है कि वे मस्ती के मूड़ में है l अब तीनों ने क्लब का नज़ारा देखा तो अनुज धीरे से उन दोनों से बोला, “ इस राठी ने तो यहाँ का लुक ही बदल दिया है l” क्लब में अब एक अलग से डांस फ्लोर बनाया गया है, जिस पर पोल लगाए है और कम कपड़े पहने लड़कियाँ उस पोल से चिपककर डांस कर रही है l चारो तरफ टेबल कुर्सी लगे हुए हैं, जिन पर लोग बैठकर, शराब, कबाब और शबाब का मज़ा ले रहें हैं और उन लड़कियों को पोल डांस करता देखकर खुश हो रहें हैं और वह खूबसूरत बलायें जिसमे से दो विदेशी है, वह हाथ का ईशारा करककर जिस लड़के को अपनी तरफ आने का ईशारा करती है, वह उसकी तरफ जाता है और फिर नाचते हुए उसे नोटों से लबालब कर देता है l अब तीनों ने एक टेबल पकड़ लिया और एक वेटर उनके पास ऑर्डर लेने आ गया l उसको आर्डर देने के बाद, तीनों की नज़र राठी पर गई जो एक कोने में बैठा, अपने क्लब में चारों ओर देख रहा है l अब वह उठकर वाशरूम गया तो यश भी उसके पीछे चला गया l राठी का आदमी अपने कोट में लगे माइक्रोफोन से उन तीनों को पहले ही बता चुका है कि राठी के पास काफी देर से कोई नहीं भिनभिनाया l अब यश के जाते ही दोनों ड्रिंक पीते उन लड़कियों का पोल डांस देखते हुए आसपास भी नज़रे घुमा रहें है, इस गाने पर डांस करती डांसर अश्विन और अनुज को लगातार देखी जा रही है,
“माही वे, मोहब्बताँ सचीयाने
मंगदा नसीबा कुछ और है
किस्मत दे मारे, असी की करिए
किस्मत ते किसदा ज़ोर है
माही वे, मोहब्बताँ सचीयाने”
अब अनुज ने उनसे नज़रें चुराते हुए अश्विन को कहा, “यह हमें क्यों देख रही है?” “तेरी इज़्ज़त खतरे में हैl” “बकवास बंद करl “ उसने भी ड्रिंक पीते हुए, हँसते हुए अश्विन को ज़वाब दियाl “यार!!! यह यही आ रही है, “ अनुज इधर-उधर देखते हुए बोलाl तब तक राठी भी वाशरूम से वापिस आ चुका और सिगरेट का सुट्टा लगा रहा हैl अब एक विदेशी लड़की कुर्सी पर बैठते यश से आकर चिपकते हुए गाने को एन्जॉय करने लगी और फिर अनुज की तरफ आ गई तो वह थोड़ा झेंपने लगा पर अश्विन ने बड़े प्यार से अपनी जेब से 500 का नोट निकालते हुए उस विदेशी लड़की के मुँह में डाल दियाl
“इक तरफ इश्क़ है तनहा तनहा
इक तरफ हुस्न है रुसवा रुसवा
दोनों बेबस हुए हैं कुछ ऐसे
करें तो किससे करें हम शिकवा
माही वे, माही वे, शिकैयता सचीयाने
मंगदा नसीबा कुछ और है”
अब वह अनुज को खींचते हुए डांस फ्लोर पर ले जाने लगी तो उसने उसका हाथ छुड़ाते हुए मना कर दिया तो अश्विन बोला, “चला जा, आजकल वैसे भी तेरा ज़बरदस्ती का उपवास चल रहा हैl” “ बकवास बंद करl” वह लड़की वापिस फ्लोर पर आ गई और राठी की तरफ बढ़ते एक शख्स को देखकर तीनों अलर्ट हो गए और अश्विन का हाथ अपनी जेब में रखी पिस्तौल पर चला गयाl