BTH (Behind The Hill) - 17 in Hindi Thriller by Aisha Diwan books and stories PDF | BTH (Behind The Hill) - 17

Featured Books
Categories
Share

BTH (Behind The Hill) - 17

वफ़ा ने जब शिजिन को अपने घर बुलाया तो बेला का मन कह रहा था के शिजिन जाने से इनकार कर दे पर उसने हल्की मुस्कान के साथ कहा :"हां मैं आऊंगा!....क्या मैं मामा बनने वाला हूं?
शिजिन ने उसके पेट पर इशारा कर के मुस्कुराते हुए कहा। तो वफ़ा ने जवाब में बस मुस्कुरा दिया। अब जा कर कहीं वफ़ा का ध्यान बेला पर गया। उसने उसे देखते हुए कहा :" क्या हुआ इन्हें? आप की माशूका है?....है न?
यह कह कर उसने शिजिन को जैसे टोंट मारा हो। उसके चहरे से मुस्कान रुखसत हो गई थी। शिजिन ने इस बात पर कोई जवाब नहीं दिया। वफ़ा बेला के बालों पर उंगलियां फेरते हुए बोली :" खूबसूरत है। आप दोनों की जोड़ी सलामत रहे!....क्या कुछ बोलती नहीं ? बिल्कुल खामोश हैं।"

बेला ने नज़रे झुका कर कहा :" बोलती हूं पर बहुत कम! दुआ देने के लिए आपका शुक्रिया!"
उनके बीच ऐसा लग रहा था के शिजिन कोई सूरज हो जिसके गिर्द दो चांद गर्दिश में लगे हों। 

कुछ देर के बाहम मुलाकात के बाद वे दोनों चली गईं। रात को सोने से पहले शिजिन बेला से कहने के लिए उसके पास गया के सुबह वे लोग तीन सौ किलोमीटर की दूरी तय कर के अस्पताल जायेंगे। बेला हर पल किसी सोच में खोई हुई थी। अपने ही सवालों के जवाब ढूंढने में और खुद को तसल्ली देने में लगी थी। वोही शिजिन की नींदें भी धुंध में कहीं खो सी गई वह भी उलझा हुआ किसी सुलझे हुए रास्ते की तलाश में था। दोनों एक हसीन सफर पर थे। मंज़िल का तो कोई ठिकाना नहीं था पर रास्ते खूबसूरत थे। इन रास्तों को देखती हुई बेला अपने पिछले ज़ख्मों को लगभग भूल ही गई थी। जो भी उन्हें देखता वह यही कहता के कितनी प्यारी जोड़ी है यह तारीफ सुन कर उन्हें खुशी तो होती पर कोई किसी पर ज़ाहिर नहीं करता। उन दोनों ने एक दूसरे को यह नहीं कहा था के वे एक जोड़ा है। रास्ते में बेला ने मौका जान कर शिजिन से पूछ डाला :" शिजिन एक बात बताओ! वो वफ़ा तो शादी शुदा है मां बनने वाली है फिर भी तुम्हें ऐसे क्यों देख रही थी जैसे तुम उसका पहला प्यार हो?

शिजिन ने इस सवाल पर पहले तो बेला को हैरत की नज़र से देखा फिर बोला :" पता नहीं उसके मन में क्या था! चची ने उसके ज़हन में यह बात डाल दी थी के मेरी और उसकी शादी होगी इस लिए शायद उसके ख्यालों में सिर्फ मै ही था! पर मैं तो चला गया और उसे शादी करनी पड़ी।"

   बेला खफगी से बोली :" तुम्हें देख कर अपनी शादी पर पछता रही होगी! ये गलत है उसका ध्यान तुम पर नहीं अपने पति और बच्चे पर होना चाहिए!"

शिजिन हंस कर :" तुम चिंता मत करो! मैं उस से फिर मिलूंगा ही नहीं ताकि उसका ध्यान मुझ पर न आए!"

बेला थोड़ी हिचकिचा कर खामोश हो गई। 
बेला के ठीक होने की ज़्यादा उम्मीद तो नहीं थी फिर भी लाखों खर्च कर के उसका इलाज करवाया गया। बड़ी बेसब्री थी के डॉक्टर का क्या जवाब आएगा। डॉक्टर ने ऑपरेशन थिएटर से बाहर निकल कर शिजिन से कहा के ऑपरेशन कामयाब रहा और वह ठीक हो सकती है लेकिन लंबा समय लगेगा उसे दोबारा पहले जैसे चलने के लिए, अभी उसे बहुत ख्याल रखना होगा। 
इस बात की इतनी खुशी हुई के मानों सारी ज़िंदगी कामयाब हो गई हो। उसने जब बेला को यह खबर सुनाई तो वह पहली बार खुल कर मुस्कुराई, शिजिन ने पहली बार उसकी मुस्कान देखी तो उसे ऐसा लग रहा था के जैसे एक साथ कई सारी कलियां खिल उठी हो और उसने उन कलियों को खिलते हुए अपनी आंखों से देखा हो। उसके गालों पर चांदनी चमक उठी हो।

लंबे समय तक बेला शिजिन के घर में ही रही जब तक वह बैसाखी छोड़ कर अपने पैरो न चलने लगी। चची नूरान और शिजिन उसका पूरा ख्याल रखते थे। बेला के लिए एक घर लिया गया। शिजिन उसे उसके घर छोड़ने के लिए गया। अब तक दोनों एक दूसरे के आदी हो चुके थे। शिजिन उसे उसके घर से यह कह कर वापस आने लगा के " मुझे एक मिशन के लिए भेजा जा रहा है। ब्यूरो का कहना है कि ये मिशन मुझसे बेहतर कोई और नहीं कर सकता। मैं जा रहा हूं अपना ख्याल रखना।"

उसने दरवाज़े की दहलीज को पार किया था के बेला ने पीछे पीछे आ कर उसका हाथ पकड़ लिया। शिजिन ने मुड़कर देखा तो उसकी आंखें भरी हुई थी और बस बूंदे टपकने को थी। उसने कांपते होंठो से कहा :" मत जाओ!"

शिज़िन के कदम जैसे ज़मीन में गड़ गए हों। वह चाह कर भी उसका हाथ छुड़ा नहीं पाया और उसे गले से लगा लिया। जैसे बादल ने चांद को अपने आगोश में छुपा लिया हो। गले लगाए हुए उसने दबे लफ़्ज़ों में कहा :" तुम जीत गई ड्रैगन, मैं हार गया!...मोगरा के तरह तुम्हारी मोहब्बत में दफन हो गया अब कहीं जा नहीं सकता।"

बेला ने उसे अपने बाहों में गिरफ्तार कर के मन ही मन कहा " मेरे पास खोने के लिए सिर्फ मेरी जान है जो अब तुम में बसने लगी है! पर यह बात मै तुम्हें नहीं बताऊंगी वरना तुम्हें खुद पर गुरूर आ जाएगा!"

दोनों ने शादी कर के एक नई ज़िंदगी बसा ली और जब शब ए ऊरूसी में शिजिन ने बेला का घूंघट उठाया तो शरमाई हुई बेला को देख कर उसे उनकी पहली मुलाक़ात याद आ गई जब वह उसके सामने बंदूक लेकर आई थी। और वह हंस पड़ा। उसे हंसते देख बेला नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए बोली :" मेरे पास अब भी बंदूक है।"

शिजिन ने अपनी हंसी को दबाते हुए उसका माथा चूम कर कहा :" प्यारी लग रही हो मेरी ड्रैगन!"

                          The 🔚