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ट्रेन
अनुज ने अब राकेश के चेहरे की ओर देखते हुए कहा, “क्या आपको कुछ पता है या आपके पास ऐसा कुछ है जो पुलिस की मदद कर सकता हैI” राकेश ने भी कुछ सोचते हुए जवाब दिया, “ हाँ है पर मैं पुलिस को क्यों बताओ, क्या पता वो किलर मेरे पीछे पड़ जाए, आखिर मेरी इतनी खूबसूरत बीवी है,” यह कहते हुए उसकी नज़र अपनी बीवी शालिनी पर गई तो वह शर्माने लगी, यह देखकर अनुज ने मन ही मन कहा, “हाँ तुझसे तो दिखने में बेटर ही हैI” राकेश का बोलना जारी है, एक बच्चा है, एक पिता है, कही उस पागल आदमी ने उन्हें कुछ कर दिया तो..... ? “ राकेश के यह बोलते ही अनुज ने उससे नरम लहज़े में कहा, “ठीक है, आप मुझे बता दीजियेI मैं तो एक मुसाफिर हूँ सुनकर भूल जाऊँगाI” राकेश ने अब फिर से सोचते हुए कहा,
“भाईसाहब पहले अपना नाम तो बताएं?”
“मेरा नाम अनुज है, मेरा कपड़ों का बिज़नेस हैI”
“ठीक है, आप कहते है तो बता देता हूँ, क्यों पिताजी? “ रामलाल ने भी हाँ में सिर हिला दियाI
“देखिए 6 दिसम्बर की रात एक आदमी मेरी दुकान पर दवाई लेने आया था, वह फ़ोन पर कह रहा था, “वो बेवफा थी, छोड़कर चली गई, हाँ हाँ सुन रहा हूँ अब दो को तो मार चुका हूँ, कल तीसरे की बारी हैI” यह सुनकर मेरे कान खड़े हो गए और फिर अगले दिन अमन के क़त्ल की खबर न्यूज़ में फ़्लैश होने लगीI
“कौन था, वह आदमी? कुछ नाम-पता है, उसकाI”
“यहीं तो मैंने समझदारी दिखा दी, अब उसने अपने फ़ोन से उसका नाम और नंबर दिखाते हुए कहा, “यह देखिये, अनुज ने देखा कि उसका नाम रशीद अहमद है और उसका नंबर 9871568941 है, उसने अब दो-तीन बार अपने मन में नंबर को दोहराया और फिर जल्दी से अपना सेल फ़ोन निकालकर यश को ट्रैन के वाशरूम के पास आने का मैसेज किया और खुद भी वहीं चला गयाI “यश, यह नंबर लो, इस आदमी का नाम है, रशीद अहमद, वैसे मुझे इस जोकर राकेश से कुछ ज़्यादा उम्मीद तो नहीं है पर फिर भी चेक करो, “यह कौन है और सात दिसंबर की रात कहाँ था, ये सब पता करो,” उसके यह कहते ही यश ने जल्दी से यह नंबर सब इंस्पेक्टर रौनक को भेज दिया जो इस समय दिल्ली में हैI
जहाँ अनुज डिब्बे के साथी पैसेंजर से खबर लेने में मशगूल है, वहीं करण भी कुछ इसी तरह से अपना वक्त गुज़ार रहा हैI सिमरन और राहुल को किसी न किसी बात पर एक दूसरे को किस करते देखकर सोहन ने धीरे से करण को कहा, “इन्हें देखो, कैसे नई शादी-शादी का मज़ा ले रहें हैंI एक मुझे देखो, तीस का था तो मेरी भी लव मैरिज हो रही थी पर बेवफा ने शादी के एक हफ़ते पहले कहा, “ मुझे अब किसी और से प्यार हो गया है, इसीलिए सॉरी, मैं तुम्हारे साथ सात फेरे नहीं ले सकतीI” बस एक सॉरी कहकर बात खत्म कर दी, आप मानोगे नहीं, पूरे दो साल में डिप्रेशन में रहा और फिर शादी होते-होते 39 का हो गया और शादी होते ही एक बच्चा, अब शादी को पूरे पांच साल हुए है और ज़िन्दगी में सब खत्म!!! सुबह नौकरी करो, शाम को थकेहारे घर आओ तो बच्चा चिपट जाता है, फिर रात को हम मियाँ बीवी एक दूसरे से मुँह फेरकर सो जाते हैंI अब तो ना ज़िन्दगी में रास है और ना रोमांस हैI” उसकी आवाज़ में कुंठा और निराशा के स्वर हैI अब सोहन कुछ सोचते हुए बोला, “कभी-कभी मैं सोचता हूँ, यह सीरियल किलर दस साल पहले होता तो उस बेवफा को सॉरी का मतलब बताताI” उसने गुस्से में कहा तो करण ने उसे समझाते हुए कहा, “ऐसे सीरियल किलर को हल्के में नहीं लेना चाहिए, यह जो हो रहा है वो एक सीरियस क्राइम हैI” उसकी बात को सिमरन ने भी सुन लिया, “अरे! इस सीरियल किलर से डरने वाली क्या बात है, मुझे देख लो, एक साल पहले मेरी शादी मेरे पापा के फ्रेंड के बेटे से हो रही थी पर एक दिन एक ट्रिप में मैं राहुल से मिली और उस लड़के को शादी से कुछ दिन पहले मना कर दिया, हालाँकि मुझे वो पसंद था, वो भी मुझसे प्यार करता था पर सच्चा प्यार सिर्फ राहुल से मिलाI” यह कहकर उसने राहुल के गाल को चूम लिया और सोहन ने सिमरन को इतनी बुरी तरह घूरा कि अभी उसे जान से मार देगाI उसके यह खतरनाक हावभाव करण ने भी देख लिए थेंI
“तुम्हारी किस्मत अच्छी है क्योंकि यह सीरियल किलर पिछले चार-महीने से एक्टिव हैI” सुप्रिया ने अपने पाँच साल के बच्चे मोनू को सुलाते हुए कहा तो सिमरन लापरवाही से बोली, “मैं नहीं डरती किसी किलर सेI” “ काश !!! वो किलर इस ट्रैन में इस लड़की को बताये कि बेवफाई क्या होती हैI” सोहन ने धीरे से कहा पर करण न सुन लिया और सोहन के कंधे पर हाथ रखकर बोला, “अपने इमोशंस पर कण्ट्रोल करना सीखोI”
मालपुरा स्टेशन आ चुका है और राकेश की फैमिली अनुज को फिर मिलने का कहकर उससे अलविदा लेकर चली गई हैI अब खाली पड़े डिब्बे में बैठा अनुज ट्रैन की छत को देख रहा हैI अब उसे अश्विन का मैसेज आया और वह ट्रैन में बने दायी तरफ के वाशरूम में जाने लगा जो पहले डिब्बे के पास बना हुआ हैI वहाँ करण, यश और अश्विन पहले से मौजूद हैI उसने अनुज को देखते ही पूछा, “तू क्यों नहीं मालपुरा उतरा ?” “ कोमल अपनी कजिन के साथ किसी मॉल में मूवी एन्जॉय कर रही है, फेसबुक पर अपडेट किया हैI” उसने मुँह बनाते हुए कहाI उसके बोलते ही यश बोल पड़ा, “सर रौनक ने बताया कि रशीद अहमद की बीवी ने उसे छोड़कर किसी और से शादी कर ली है और वह उस रात अपने पाँच बच्चों के साथ घर पर ही था और वह पेशे से कसाई है, इसीलिए किसी बकरे को मारने की बात कर रहा थाI” अनुज को हँसी आ गई, “ इसका मतलब उसकी बीवी बेवफा थी और उसे किसी बकरे को मारना था, ओह गॉड मुझे लग ही रहा था कि यह बेवकूफ कुछ और ही समझ बैठा होगाI खैर!!!! अश्विन मेरे डिब्बे में तो सब ऑल क्लियर है, यारI किलर कम से कम इस डिब्बे में नहीं है और सम्राट तो हो नहीं सकताI” “सर मुझ सोहन पर संदेह है पर अभी कुछ कहना सही नहीं होगा, वो सीरियल किलर का बड़ा फेवर कर रहा थाI” “क्यों?” अश्विन हैरान है I “सर दस साल पहले उसका खुद का दिल टूटा था,” करण ने ज़वाब दियाI “दस साल बाद एक्टिव होने का कोई मतलब नहीं बनताI” अनुज ने कहा तो अश्विन ने उसकी हाँ में हाँ मिलाईI सर फिर तो वो सिमरन और राहुल चूमो से है, उनके चांस नहीं है, किलर या सम्राट होने केI “ करण ने अपनी बात खत्म कीI
“अश्विन तेरे डिब्बे में क्या चल रहा है?” अनुज ने पूछाI “सब अपना लगे हुए है, कोई बात करने में इंटरेस्टेड ही नहीं है, बस वो रेहान उस लड़की रेवा से बात करने का मौका ढूंढ रहा है पर ना वो मैडम मुझे लिफ्ट दे रही है और ना ही उसेI” उसने आह! भरते हुए कहाI “क्यों बुरा लग रहा है, एक लड़की ने तुझे घास नहीं डालीI “ “अश्विन राणा घास नहीं मॉस खाता हैI” यह कहते हुए उसके चेहरे पर एक शरारती मुस्कान आ गई, “पर यार उस डिब्बे की ख़ामोशी किसी आने वाले तूफ़ान की ओर ईशारा कर रही हैI” अश्विन ने यह कहा ही था कि तभी उन्हें ट्रैन के बायीं तरफ बने वाशरूम से किसी के चिल्लाने की आवाज आई जो छठे डिब्बे के पास बना हैI वे चारों उसे ओर तेज़ी से यह सोचते हुए भागे कि ज़रूर यह उस किलर का काम है और करण को वो चिल्लाने की आवाज सिमरन की लग रही है I