विज्ञान (Modern Science
🔹 विज्ञान (Modern Science
)
1. शरीर (पार्वती)
वैज्ञानिक दृष्टि से शरीर सचमुच पंचतत्व का मेल है: कार्बन (पृथ्वी), पानी (जल), गर्मी/ऊर्जा (अग्नि), श्वास-गैसें (वायु), और स्पेस/स्पेस-टाइम (आकाश)।
शरीर जन्म लेता है, बढ़ता है, फिर नाश होता है — यह सत्य है, भ्रम नहीं।
2. आत्मा/चेतना (शिव)
विज्ञान इसे "Consciousness" कहकर अब भी उलझा है।
Neuroscience कहता है — मस्तिष्क की जटिल गतिविधियों से चेतना उभरती है।
Quantum Physics और कुछ आधुनिक सिद्धांत मानते हैं कि चेतना ब्रह्मांड का मौलिक गुण हो सकती है (Panpsychism)।
अभी विज्ञान निर्णायक उत्तर तक नहीं पहुँचा, पर यह मानने लगा है कि चेतना केवल मस्तिष्क की मशीनरी से परे रहस्य है।
3. मन (गणेश)
Psychology और Neuroscience कहते हैं:
मन का कोई स्थायी बीज नहीं है। यह यादों, अनुभवों, धारणाओं और तंत्रिका गतिविधियों का प्रवाह है।
“Self” या “मैं” कोई स्थायी चीज़ नहीं, बल्कि दिमाग़ द्वारा रची गयी कल्पना है।
Mind is “emergent” — यह शरीर और मस्तिष्क की गतिविधि का अस्थायी परिणाम है, कोई अलग पदार्थ नहीं।
यह बिल्कुल तुम्हारी बात से मेल खाता है: मन बीजहीन है, भ्रम है, छाया है।........ विस्तृत शेष