Hindi Quote in Blog by Agyat Agyani

Blog quotes are very popular on BitesApp with millions of authors writing small inspirational quotes in Hindi daily and inspiring the readers, you can start writing today and fulfill your life of becoming the quotes writer or poem writer.

सभ्यता बनाम सत्य

1. सभ्यता एक मुखौटा है।
– हर मनुष्य भीतर से नग्न है, लेकिन ऊपर से "सभ्य" दिखता है।
– सभ्यता का अर्थ है अपनी असली प्रकृति को ढँककर एक सामाजिक चेहरा पहन लेना।

2. बच्चे सत्य हैं।
– उनका रोना, हँसना, क्रोध सब स्वाभाविक है।
– बच्चे कभी सभ्य नहीं होते, इसलिए उन्हें भगवान का रूप कहा जाता है।
– वे भीतर और बाहर दोनों से एक ही होते हैं।

3. सभ्य मनुष्य झूठा है।
– बाहर से वह सत्य जैसा दिखता है, लेकिन भीतर असत्य का खजाना छुपा होता है।
– यही पाखंड है — जो धर्म, राजनीति और समाज सबमें फैला है।

4. जो कुछ हो रहा है वही होना चाहिए।
– अच्छा या बुरा, सब अतीत में बोए गए बीज का फल है।
– गुलाब का बीज बोओगे तो गुलाब खिलेगा, बबूल बोओगे तो काँटे ही आएँगे।
– सुधार का कोई प्रश्न ही नहीं।

5. सुधार का झूठा व्यापार।
– धर्म, गुरु और प्रवचनकर्ता "सुधार", "मोक्ष" और "सिद्धि" के स्वप्न बेचते हैं।
– लेकिन किसी को सुधारना असंभव है।

6. केवल एक ही संभव है — जागरण।
– मनुष्य को जगाया जा सकता है—"होश रखो!"
– यह वैसा ही है जैसे राह चलते मुसाफिर को ठोकर से सावधान कर देना।
– वह संभले या न संभले, यह उसका चुनाव है।

7. जगा हुआ मनुष्य सभ्यता का नहीं, प्रकृति का अनुसरण करता है।
– उसके लिए पाप और पुण्य का कोई अर्थ नहीं रहता।
– नियम और धर्म का बोझ नहीं रहता।
– वह नदी की तरह बहते हुए सागर को खोज लेता है।

8. होश ही धर्म है।
– बाकी सब धर्म अंधविश्वास और बेहोशी का जाल है।
– होश जागा, तो सब कुछ स्पष्ट है।
– होश नहीं है, तो धर्म भी पाखंड है।

✍🏻 🙏🌸 — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲

Hindi Blog by Agyat Agyani : 111997091
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now