☀️📖 Coming Soon – “काठगोदाम की गर्मियाँ”
एक किताब, जो तस्वीरों जैसी है…
हर कविता एक फोटो फ्रेम की तरह —
जहाँ लम्हे थम जाते हैं,
और यादें शब्दों में उभर आती हैं।
अगर आप उन लोगों में हैं जो 📸 तस्वीरों में कहानियाँ ढूंढते हैं,
तो इस किताब की हर पंक्ति आपकी अगली सबसे प्यारी तस्वीर बन सकती है।
भीमताल की ख़ामोशी, हल्द्वानी की गलियों की धड़कन, और काठगोदाम की वो दोपहरें —
इन कविताओं में कैद हैं।
यह सिर्फ कविता नहीं,
रंग, रौशनी और रूह की फोटो डायरी है।
हर पन्ना…
एक पुराना पोस्टकार्ड है।
हर कविता…
एक अधूरी तस्वीर, जिसमें आप खुद को पूरा कर सकते हैं।
📷 यह संग्रह उनके लिए है
जो शब्दों को लाइट एंड शैडो की तरह समझते हैं।
जो किसी कविता में फोकस और फीलिंग ढूंढ सकते हैं।
जो कहते नहीं — बस देखते और महसूस करते हैं।
अगर आपने कभी पहाड़ की किसी चाय की दुकान में
ख़ामोशी को तस्वीर बनाया है,
तो “काठगोदाम की गर्मियाँ”
आपके दिल की सबसे पसंदीदा फोटो बन सकती है।
📚✨
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