https://www.matrubharti.com/book/19977028/unrequited-love-and-unspoken-fear
my new story 👆
शहर की वो भीड़, बस स्टॉप की सुबह,
दो निगाहें मिलीं, अनकही सी दुअा।
तू खामोश, मैं चुप, पर दिल में था शोर,
प्यार की एक लहर, ना जागी तेरी ओर।।
किताबों में उलझी, तेरी गहरी नज़रें,
मैं सुनता था बातें, तेरी अनकही ख़बरें।
एक प्रोजेक्ट बहाना, बढ़ा दी थी दूरी,
पर तेरे लिए, दुनिया मेरी थी पूरी।।
बारिश की बूंदें, करती थी बेचैन,
कहना था बहुत कुछ, पर लबों पे थी बैन।
इक डर था मन में, दोस्ती ना टूट जाए,
ये रिश्ता जो प्यारा, कहीं छूट ना जाए।।
कॉलेज का आख़िरी दिन, अलविदा की घड़ी,
हाथों का स्पर्श, पर बात अधूरी खड़ी।
तू भीड़ में खो गई, मैं तुझको ही देखूँ,
एक गीत अनलिखा, बस दिल में संजोऊँ।।
ना तू जान पाई, ना मैं कह सका,
एकतरफा ये प्यार, यूँ ही अनकहा रहा।
पलक, मेरी पलक, एक दर्द है आज भी,
अधूरी कहानी, अधूरी सी ज़िंदगी।।
_Miss chhoti ✍️