ख़ामोश आंखें बोलती हैं,
बिन कहे सब कहती हैं।
सपनों का समंदर लिए,
ख्वाहिशों को सहती हैं।
पलकों तले छुपा है दर्द,
आंसुओं का अनघट पर्दा।
हर नज़र में एक कहानी,
हर चुप में गहरा संदेश है।
हवा से बातें करती हैं,
ख़ामोशी को गले लगाती हैं।
दिन की चमक में खो जाएं,
रातों को सच सुनाती हैं।
ख़ामोश आंखें, अनमोल रतन,
जिनमें बस्ता है जीवन-सफर।
देखें जो इनकी गहराईयों को,
पाएंगे अनंत का असर वेदना।