मैंने दीवार पर लटक रहे कैलेंडर को जैसे ही हटाया।
वो पुराना कैलेंडर हंसा,
और इतना ही कहा कि,
दोस्त जिंदगी का भी कुछ ऐसा ही है,
वक्त खत्म हो जाएगा फिर हमें हटना ही पड़ेगा।
हा किन्तु,
मेरी तरह एक- एक पन्ना तुटकर भी किसीको हररोज 'अच्छा और सच्चा वक्त' दिखलाकर जाना।
- Parmar Mayur