कहते हैं, अगर प्यार सच्चा हो, तो कई मीलों का सफर तय करके भी आप तक पहुंच जाता है। पर क्या हो अगर, आपका प्यार किसी और ही दुनिया का हो और कर रहा हो आपका कई वर्षों से इंतज़ार! “अधिराज” जिसने पच्चीस साल पहले अपने प्यार को खो दिया था। आज किस्मत ने उसे दोबारा मौका दिया है अपने प्यार को हासिल करने का। अपने प्यार को पाने के लिए अधिराज एक बार फिर इंसानी दुनिया में कदम रखता है, लेकिन अब, अधिराज के सामने पहले से ज्यादा चुनौतियां हैं। पक्षीलोक के नया दुष्ट मतलबी 'राजा प्रक्षीरोध', पाना चाहता है काली शक्तियां, जिससे वो राज कर सके पूरी दुनिया पर, लेकिन उसके लिए उसे जीवंतमणि रक्षिका तभी मिलेगी जब वो “एकांक्षी” को पा लेगा। वहीं इन सारी परेशानियों से बेखबर एकांक्षी अपनी ही मस्ती में गुम है। क्या अधिराज बचा पाएगा एकांक्षी के अस्तित्व को? क्या एकांक्षी अपने पूर्वजन्म को समझ पाएगी? जानने के लिए पढ़िए “ दो दिल कैसे मिलेंगे