गोवर्धन पूजा
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दीपावली के अगले दिवस
गोवर्धन पूजा का विधान है,
जो इसके महत्व को नहीं समझता
वो सचमुच बड़ा नादान है।
ये पर्व सीधा प्रकृति से जुड़ा है
मानवों से इसका सीधा संबंध है
गोवर्धन पूजा में गोधन की पूजा का प्रावधान है
शास्त्रों में गाय को गंगा सम पवित्र बताया गया है
गौ माता को देवी लक्ष्मी स्वरूपा कहा गया है।
देवी लक्ष्मी सुख-समृद्धि, धन-धान्य देती हैं,
तो गौमाता अपने दूध से स्वास्थ्य धन प्रदान करती हैं,
गौमाता सम्पूर्ण मानवों के लिए
पूज्यनीय, आदरणीय और श्रद्धेय होती हैं।
गौमाता के प्रति श्रद्धा भाव प्रकट करने हेतु ही
कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा को
गोर्वधन की पूजा होती है,
जिसके प्रतीक स्वरूप में हमारी गौमाता होती हैं।
सुधीर श्रीवास्तव