और बताओ
क्या श्री राम सच में अयोध्या लौट आए है?
क्या छुआछूत से भरे इस देश में
प्रभु राम अब भी सबरी के झूठे बेर खा लेंगे?
क्या अब भी श्री राम अपने साथ युद्ध के लिए राजा महाराजाओं का साथ छोड़ कर उपेक्षित वर्ग का हाथ थाम पाएंगे?
जिस अहिल्या को तार दिया श्राप से उसी तरह स्त्रियों की पीर समझ पाएंगे?
लड़ मरते है भाई भाई आपस में कुछ जमीन के टुकड़े के लिए
वहां क्या श्री राम अपना राज सिंहासन छोड़ पाएंगे ?
जाने कितने बरसो पहले आए थे भगवन् राम
अब शायद इस कलुषित समाज में फिर न आ पाएंगे
आए भी तो कलयुगी इस मानव को देख
अपनी आश्रुधारा न रोक पाएंगे।
अब अगर लौट भी आएं प्रभु राम,
तो किस जगह ठहर पाएंगे?
जहाँ धर्म की परिभाषा नफ़रत में लिखी जाती है,
और आस्था की दीवारें खून से सजाई जाती हैं।
जहाँ इंसान, इंसान को देख डर जाए,
जहाँ मंदिर ऊँचे और ज़मीर छोटे रह जाएं।
जहाँ सत्य वनों में भटक रहा हो,
और रावण राजमहल में बैठा मुस्कुरा रहा हो
जहां जातियां ऊंची और मानवता अधम हो गई
शायद अब राम को नहीं,रामत्व को लौटना होगा।
क्योंकि राम मंदिरों में नहीं बसते,
वो तो हर निष्कपट हृदय में जन्म लेते हैं
और जिस दिन हम ये सारे भेद छोड़कर फिर से “मनुष्य” बन जाएंगे,
उसी दिन सच में, श्रीराम अयोध्या लौट आएंगे।
ArUu ✍️