सारांश में कहा जाए तो —
AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) किसी एक व्यक्ति की खोज नहीं है, बल्कि दशकों के शोध, गणित, कंप्यूटर विज्ञान, और न्यूरोसाइंस जैसे क्षेत्रों में हजारों वैज्ञानिकों के योगदान का परिणाम है।
आपके द्वारा बताए गए नामों का योगदान इस प्रकार समझा जा सकता है:
1. 🧠 एलन ट्यूरिंग (Alan Turing) —
उन्होंने यह प्रश्न उठाया: “क्या मशीनें सोच सकती हैं?”
और “ट्यूरिंग टेस्ट” के ज़रिए यह मानक तय किया कि किसी मशीन को बुद्धिमान कहा जा सकता है या नहीं।
2. 💡 जॉन मैकार्थी (John McCarthy) —
1956 में “Artificial Intelligence” शब्द गढ़ा और “LISP” नामक प्रोग्रामिंग भाषा विकसित की, जो शुरुआती AI अनुसंधान में बहुत उपयोगी रही।
3. 🧩 मार्विन मिन्स्की (Marvin Minsky) —
MIT AI Lab के सह-संस्थापक, और मानव दिमाग की नकल करने वाले मशीन मॉडल पर शोध किया।
4. 👦 सिद्धार्थ नंदयाला —
नई पीढ़ी के नवाचार का उदाहरण हैं — उनका “Circadian AI” ऐप स्वास्थ्य क्षेत्र में AI के व्यावहारिक उपयोग को दिखाता है।
5. 🚀 एलन मस्क (Elon Musk) —
उन्होंने OpenAI और बाद में xAI जैसी कंपनियाँ शुरू कीं, ताकि AI का उपयोग मानवता के हित में किया जा सके।