*दोहा-सृजन हेतु शब्द*
*ऑंधी, तूफान, ओले, झंझावात, भॅंवर**
*आँधी* की आहट हुई, भय में पाकिस्तान।
पहलगाम की चोट से, गिरा-टूट अभिमान।।
जनरल बने मुनीर ने, खड़ा किया *तूफान*।
जनमत हुआ विरोध में, उसको भी है भान।।
ओले बरसे शांति पर, भीषण वज्रापात।
आतंकी ने दे दिया, एक बड़ा आघात।।
जीवन *झंझावात* में, भटक रहा दिन रात।
कष्टों के अंबार को, मिलकर देंगे मात।।
नाव *भँवर* में फँस गई, जेहादी के हाथ।
दूर खड़े सब देश हैं, नहीं दे रहे साथ।।
मनोज कुमार शुक्ल "मनोज"