✨ गुनहगार ✨
आजकल वो बस ख्वाबों में जीता है,
प्यार की बातों में ही खुद को पीता है।
न अपनी उम्र का लिहाज़ करता है,
न अपनी प्रतिष्ठा की परवाह करता है।
न वो किसी की सुनता है,
न कोई रिवाज़ समझता है।
बस एक ही बात करता है
जो दिल को छू जाए, वही बात करता है। 💖
लोग क्या कहेंगे? समाज क्या सोचेगा? 🤔
इन सबको अब वो अनदेखा करता है। 🚶♂
जो मन में आता है, खुलकर लिख देता है, ✍
हाँ, लेकिन हर लफ़्ज़ लोगों के दिल में प्यार जगा देता है। 💫
उम्र बीत गई बस काम करते हुए,
समाज और ज़िम्मेदारियों का बोझ उठाते हुए।
सालों बाद कहीं मन में हलचल सी हुई है,
पहली बार उसने दिल की बात सुनी है। ❤
सालों बाद अपने अंदर के हुनर को चुना है,
मनचाहा करने का ये ‘गुनाह’ खुलकर किया है। 🔥
तो हाँ — ये 'गुनहगार' अब,
अपनी शर्तों पर जीना सीख गया है। 🌟