कुत्ते क्यों नहीं हँसते?
लोग कहते हैं जानवर आदमी से पीछे हैं विकास शृंखला मे,क्यों?
ज्ञात हो कि आदमी मे सात हजार करोड़ nerves/neurons होती हैं ,
जानवर ( उदाहरण के लिए कुत्ते) मे पचास करोड़ के लगभग)
ज्यादा nerve मतलब ज्यादा इच्छाएं क्योंकि कुत्ते न तो हंस सकते हैं,न गा सकते हैं,पर बेसिक जरूरत के लिए काफी साधन दिये उसको प्रकृति ने।
अब आदमी पे आते हैं
आदमी मे ही करोडो इच्छा क्यो होती हैं?
हमारा central nervous system ही राज है
इसमे लाखो करोड़ों nerves हैं (ऊपर बताया है)
स्वाद,प्राजनंन आदि के सिस्टम विचलित होते हैं
किससे?
Stimulus से हो समाज,परिवेश से मिलता है
तो करोडो अरबों इछाएँ
उनके लिए सही गलत उपाय अपनाना
फिर सही है तो ठीक है
गलत है तो कर्म बंधन ,(न्याय प्रणाली आदमी के लिए हैं ,न कि जानवरों के लिए)
या न्याय का बंधन ,जेल,जुर्माना आदि
यूँ ही चलता इच्छाओं का यह बंधन या सिस्टम
आदमी को ईश्वर की चाहत है,जानवरों को नहीं
सिस्टम ऐसा दिया गया हमें
(इसके लिए ही लगता है विकसित nervous सिस्टम भी दिया गया होगा जो व्यर्थ की इच्छाओं से दूर ही रहे तो बेहतर होगा,यह मुझे लगता है)