दो आंखे है दो आंसू है
दो बाते h अनकही
और कुछ नहीं
दो दिल है दो गम है
दोनों अलग h ........और कुछ नहीं
दो पल है दो समुंदर है
दोनों बेसबर है .......और कुछ नहीं
दो दिन थे दो साल लगे
वक्त कम है...…और कुछ नहीं
वहीं हम है कही तुम हो
कहीं हमारा दिल है ......और कुछ नहीं
वो कल थे वो अब है
वो कल भी रहेंगे........ और कुछ नहीं
कुछ वक्त के मुसाफिर थे
ताउम्र मुताशीर हो गए ........और कुछ नहीं
आंखों की चमक चेहरे की दमक
दिल की धनक बन गए...... और कुछ नहीं
वो सीने की पकड़ वो हमारे दिल की कसक
पहचान गए…...... और कुछ नहीं
हम आज भी तुमसे है कल भी रहेंगे
फिर कुछ कहेंगे .......और कुछ नहीं