दिल धड़क रहा है क्या तुम करीब हो
आंखे तरस रही हैं क्यू तुम नहीं हो
दिल को सुकून दे दो दो पल के लिए
फिर कुछ न दुआ करूंगी
चाहे दूर रहो या करीब हो
क्यूं चाहूं तुझे इतना
क्या मुझे कोई काम नहीं
सच तो ये है तेरे बिन आराम नहीं
कितने बार हटाऊ पलकों से चेहरा तेरा
ये दिल दिल है कोई चित्रहार नहीं है
तेरा प्यार मुझे पागल कर रखा है
मेरा यकीन कर इसमें मेरा कोई हाथ नहीं है
मैं सोच भी नहीं पाती तुझे किसी के साथ
मेरा भरोसा कर मेरा प्यार प्यार है कोई धोखा नहीं है
मैं मानती हु हमारी दुनिया अलग है
हमारा मिलना जहर है
पर मुझमें अब सबर नहीं है
तुम्हारे लिए एक अच्छा साथी ही सोचा है
पर मेरी सोच हकीकत में सामने आ रही है
तो मुझसे संभाला नहीं जा रहा है
पता नहीं क्यूं इतनी तड़प है
मेरा इश्क धोखा नहीं है मेरी जान
तुझे कैसे दिखाऊं मेरे दिल में क्या है