मां सरस्वती वंदना
जय जय हे मां सरस्वती हे मां शारदे।
जय जय हे मां भगवती हे मां शारदे।
जय जय हे मां भारती हे मां शारदे।
कोटि-कोटि प्रणाम करते हैं हे मां शारदे।
जय जय हे मां सरस्वती हे मां शारदे।
जय जय हे मां सरस्वती नव वर्ष की मंगल
मय वेला में आए हैं तेरे द्वार।
तुम्हें चढ़ाने आए हैं कमल फूलों के हार।
पीले चंदन , पुष्प पीत , अक्षत, गंगाजल
रोली सिन्दूर श्वेत परिधान ,सुहाग सामग्री
करें पूजन अर्चन और सोलह श्रृंगार।
अर्पित करें फल फूल और नैवेद्य प्रसाद
धूप दीप और आरती से सजाएं थाल।
बजाएं ढोल ढाक झांझर और करताल
गाएं मंगल गीत सात सुहागिन मिलकर
हजार।
पूजा की विधि नहीं जानें और ना जानें
पूजा। हम अज्ञानी को बतला दे कैसे करें
तेरी आराधना और ध्यान जप तप । तेरे
सिवा नहीं जग में हे मां और कोई दूजा।
सब कुछ तेरा ही है हे मां शारदे।
तेरी वस्तु तुझे समर्पण अर्पण करते हैं।
तेरे चरणों में बारम्बार नमन करते हैं।
करो कृपा अपार हे जग जननी जग वंदनी
जग कल्याणी विश्व संचालिनी हे मां शारदे।
विमल मति दे हे मां शारदे।
मति मति मति दे हे मां शारदे।
तमस हरो हे मां शारदे।
कुमति निवार दो हे मां शारदे।
बुद्धि को हाजिर जवाब बना दे हे मां शारदे।
जड़ बुद्धि को दूर करो हे मां शारदे।
मति विभ्रम दूर हो हे मां शारदे।
सद्बुद्धि, विवेक सन्मति ज्ञान
का दो वरदान।
दूर हो अज्ञान का अंधेरा हे मां शारदे।
आए जीवन में नव वर्ष पर नवल सबेरा
हे मां शारदे।
करें तेरी आरती भव्य और लगाएं जयकारे।
पुआ पूरी पकवान मालपुआ खीर हलवा
मेवा मिष्टान्न दही बूंदी प्रसाद के लगाएं
भोग भंडारे।
भक्त गण श्रद्धालु गण तथा दर्शनार्थी संग
मिलकर नव वर्ष पर शुभकामनाएं एवं बधाइयां गाएं तेरे चरणों में सबके लिए।
जो लिखे, पढ़ें और श्रवण करे हे मां शारदे
वही आशीर्वाद हो सबों के लिए।
नव वर्ष नव दिवस नव मंगल मय वेला में अकिंचन दासी देवे शुभकामनाएं एवं बधाइयां
मातृभारती प्लेटफार्म एवं सभी भाई बहनों बंधुओं को बारंबार सह नमस्कार शुभ संध्या
का सौगात। ले लो शरण में हमें हे मां शारदे
सह संतानों को होते रहे सदा सर्वदा कुशल मंगल सुख शांति की बरसात।
भर देना हे मां शारदे जन जन में नवल
नूतन प्यार। पुष्पित पल्लवित रहे जन जीवन
मनाएं हर दिन दिवाली का त्यौहार।
जय जय हे मां सरस्वती हे मां शारदे।
दंडवत प्रणाम स्वीकार करें हे मां शारदे।
जय जय हे मां शारदे।
- Anita Sinha