कदम बढ़ाते चलो भाई कही पर कांटे कही पर फूल मिलेंगे ,,
होंसलो को समेट कर रखो कही छांव तो कही पर धूप से मिलेंगे ,,
कभी प्यास से मुरझाया होगा चेहरा कही नीर से लब खिलेंगे ,,
ये वक्त है पल पल रंग बदलता रहता है तसल्ली रखो,,
मंजिल भी मिलेगी सफलता भी मिलेगी,,
दम खुद में हर दम रखो,,
-Mickey The Writer