वो हर चीज छीन लेती हो
जो सबसे प्यारी है मुझे
फिर कहती हो किस्मत में नहीं है तुम्हारे
क्यों खफा हो जाती हो जिंदगी
आखिर मैने क्या कह दिया है तुम्हे
जो रोज रुलाती हो हमे !
हर दिन एक नया दुख देती हो
सॉल्व ना हो पाए तो दर्द देती हो हमे
फिर कहती हो किस्मत में है तुम्हारे
क्यों खफा हो जाती हो जिंदगी
आखिर मैने क्या कह दिया है तुम्हे
जो रोज रुलाती हो हमे !
खुशियां का लालच देकर
हर कदम आगे बढ़वाती हो ...
वैसा ना हो पाए तो गम में डाल देती हो
फिर कहती हो किस्मत में है तुम्हारे
क्यों खफा हो जाती हो जिंदगी
आखिर मैंने क्या कह दिया है तुम्हे
जो रोज रुलाती हो हमे !
आंसू पोंछने के लिए भी किसी को नहीं भेजती
मांगने का प्रयास करू तो
फिर कहती हो किस्मत में नहीं है तुम्हारे
क्यों खफा हो जाती हो जिंदगी
आखिर मैने क्या कह दिया है तुम्हे
जो रोज रुलाती हो हमे !
लोगों के ताने सुनने के लिए छोड़ दिया है तुमने
सुन लू तो
कहती हो किस्मत में है तुम्हारे
क्यों खफा हो जाती हो जिंदगी
आखिर मैने क्या कह दिया है तुम्हे
जो रोज रुलाती हो हमे !
सब कुछ दर्द देने का लिखा है
कभी ये क्यों नही कहती ये दर्द नहीं है किस्मत में तुम्हारे
क्यों खफा हो जाती हो जिंदगी
आखिर मैने क्या कह दिया है तुम्हे
जो रोज रुलाती हो हमे !
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