कहते हैं सपने देखो मगर उनके पूरे होने की शर्त मत रखो। मालपुरा गांव में निहाल, सोमेश राजवीर, सोनाली और मीना, ये सभी पुलिस कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर बनने का सपना देख रहें हैं।। मगर देश में भ्रष्टाचार और पैसे की दरकार क्या इनके सपनों को पूरा होने देंगे।। जहां हर बार पेपर लीक होता है? क्या यह उस ऐसे हालात में आगे बढ़ पाएंगे या हालात से समझोता कर लेंगे या पैसे देकर पास तो हो जाएंगे मगर जिंदगी के एग्जाम में फेल हो जाएंगे।।। जानने के लिए पढ़िए मेरी नयी कहानी नक़ल या अक्ल।।