Missing u mumma..😘🤗



माँ र्सिफ तु ही तो मेरी जन्नत हैं तेरा आंचल ही तो मेरी छांव हैं
में धुटने के बल चलते चलते कब खुद के ही पैरों पे चलने लगी

माँ में तो तेरी ममता की छांव में पता ही नही कब बड़ी हो गई
मां वो तेरा मुजे बाहर ले जाने पर तेरा वो काला टिका लगाना

माँ मेरे ना खाने के नखरों पर मेरे पीछे पीछे भागकर खिलाना
माँ मेरी गलती पर गुस्सा ना होकर तेरा मुजे प्यार से समजाना

तेरे वो बेचेनी जो मेरा देर से घर आने पर होती वो याद हैं मुजे
माँ तेरी हर वो बात आज भी मुजे याद हैं और हमेंशा याद रहेगी

माँ तेरे बलिदानो का क्या हिसाब लगाऊ वो तो अनमोल ही हैं
माँ में तेरी ममता कैसे बयां करु कैसे में तेरा ये कर्ज चुकाऊंगी

माँ तेरे चरण में तो स्वर्ग से भी बहेतर जन्नत का आशियाना हैं
मुजे वही जन्नत में तेरे सिने से लगाकर तु हमेंशा वही रखना

Hindi Poem by Nipa Patel : 111883820
New bites

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