किसी ने बड़ी कमाल की बात कही है
तुम आखों में दिवानगी जुल्फों में घटा रखते हो...!!
चेहरे पर शरारत और ग़ज़ल में हमारा नाम लिखते हो...!!
क्या जरूरत है आपको आईने के आगे सजने संवरने की आप तो सादगी मैं ही कयामत सी अदा रखते हो...!!
कहे कलम घनश्याम की क्या जरूरत है आप को महलों राज करने की आप तो हमारे दिल पर राज करते हो...!!
- ghanshyam kaklotar
-Ghanshyam Kaklotar