तजुर्बो की खिड़कियाँ
तजुर्बो की खिड़कियों की हवा ने संजीदा कर दिया l
जिंदगी से खनकती हँसी और सरल मुस्कान को विदा कर दिया l
"मनमीत "वक़्त के बदलते दीदार ने बहुत इल्म दे दिए,
शोखी और शरारत को जीवन की तपिश ने हमसे जुदा कर दिया ll
"मनमीत "अलका मनीष चौपड़ा ll