जब भी मैं अकेला होता हूं
अपना ही अपना होता हूं
न कोई मुझे नीचा दिखाने वाला
न कोई मुझे आसमां चढ़ाने वाला
अपने मैं ही खोया होता हूं
जब भी मैं अकेला होता हूं।
कुछ पुराने यादें कुछ नये गम
अपने ही आलम में खोये हम
कभी हंसता हूं कभी रोया होता हूं
जब भी मैं अकेला होता हूं ।