शीर्षक- बेटी
सृष्टि की अतुलनीय रचना हैं बेटियां।
जन्मदाता की जन्मदायिनी हैं बेटियां,
धन्य वो माता-पिता जिन्हें हैं बेटियां।
सृष्टि की सुन्दरतम रचना हैं बेटियां,
सम्पूर्ण सद्गुणों की भंडार हैं बेटियां।
तभी तो लक्ष्मी, दुर्गा और सरस्वती ,
पार्वती से प्रभावित हो शिव ने धरा ,
अर्धनारीश्वर रुप, धन्य हैं बेटियां।
सृष्टि की अतुलनीय रचना हैं बेटियां।
बेटी तेरे रूप अनेक, बहन, भाभी ,
मां, दादी, परिवार बनाए भी तूने।
सृष्टि को आगे लेकर जाती है, बेटी,
जीवन साथी कहलाती हैं बेटियां।
हर क्षेत्र, हर विधा में आगे बेटियां
शिक्षक बन शिक्षा देती, आईएस
लीडर,
वैज्ञानिक, ट्रेन-बस,ट्रक चालक,
हवाई जहाज पाइलट बनी बेटियां।
सृष्टि की अतुलनीय रचना हैं बेटियां।