सोचा था वक्त के साथ सब कुछ बदल जाएगा,
तेरा मेरा रिश्ता भी संभल जाएगा,
तेरे मेरे रिश्ते की दूरियों को कम करने के लिए,
हमारे बीच में शायद प्यार पनप जाएगा,
पर अब ऐसा लगता है जैसे कुछ छूट रहा है
जैसे मेरा ही मुझसे कोई रूठ रहा है,
वक्त के पायदान पर आगे बढ़ते हुए,
पीछे कुछ अधूरा सा छूट रहा है,