ए प्यारी सी तितलियां कभी कब्र पे मेरी आना तू , प्यार से छू ना कब्र मेरी मन को यूं भा जाना तू, उड़ सकु कभी जी खोल के ख्वाब को मेरे सेहलाना तू । महक उठेगी कब्र मेरी फूलों को भी ले आना तू । तोड़ देना पिंजरे मेरे मुझे आसमां दिखाना तू । दिखाना जन्नत रूह को मेरी तकलीफे ले जाना तू । चैन से सो पाऊ यहां में निंदिया को ले आना तू । ए प्यारी सी तितली कभी कब्र पे मेरी आना तू ....
- Minii Dave
-Minii Dave