आज हर एक क्षेत्र में इसने हासिल करि महारथ है,
इसे किसी सहारे की जरूरत नही
ये आत्मनिर्भर भारत है।
अपनी शाखाओ को ये अंतराष्ट्रीय स्तर पर जोड़ रहा,
कमज़ोर कहने वालों का भ्रम भी अब ये तोड़ रहा।
ये आगे बढ़ना जानता है,हक के लिए लड़ना जानता है,
हो लाख रुकावट राहो में ये शिखर पे चढ़ना जानता है।
हिन्द का ये बदलता तेवर शत्रु के लिए हानिकारक है,
अब घर मे घुसकर मारेगा ये आत्मनिर्भर भारत है।
आगे बढ़ने की इच्छाशक्ति इसमे प्रचंड है,
सिर्फ राष्ट्रीय चीज़े नही,आवाज़ भी हुई बुलंद है।
"राफेल से मंगल ग्रह" तक इसके ही गुणगान है,
नयी ताकते लेकर उभरा ये नया हिंदुस्तान है।
सीमा हो,खेल हो, या विज्ञान हो
ये अपना ध्वज फहरा रहा,
विश्व मे फैली महामारी को
ये सफलतापूर्वक हरा रहा।
संस्कृतशाली गाँव भी है,
यहाँ आधुनिकता भरी इमारत है।
"मेक इन इंडिया" लेकर आया
ये आत्मनिर्भर भारत है।।
shrivek kumar