छोटी सी कलम से छोटी कहानियां लिखता हूं,
चाहे खुशी हो या गम बस अपने ही किरदार में डुबा रहता हूं।
ना किसी से कोई दुश्मनी और ना ही किसी से कोई उम्मीद,
बस अपने रंगमंच पर आज़ाद रहता हूं।
न किसी को खोने का गम और ना ही किसी के पीछे पड़ने की आदत, बस अपने अंदाज में मस्त रहता हूं।
छोटी सी कलम से छोटी कहानियां लिखता हूं,
चाहे खुशी हो या गम बस अपने ही किरदार में डुबा रहता हूं।
- मोहित दडगा