अब मैं क्या करू?
बेइंतहा उनको याद जो करने लगा हूँ ,
एक मुलायम एहसास की तरह उनकी याद
चारो तरफ से घेरे रखी हैं
धुप की तरह उनकी याद
मुझपर उतरती हैं
हवा की तरह मेरे सासों में बहती हैं
पानी की तरह रु ब रु मुझे भिगोती हैं
अब मैं क्या करू?
बेइंतहा उनकी कमी
जो महसूस करने लगा हूँ
#रिश्तातेराऔरमेरा