मेने एक दिन गंगा से पूछा । तेरे जल में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं।
तो आप उस पाप का क्या करते हैं?
गंगा :- मैं इसे सागर में फेंक देती हूँ ।
सागर को पूछा आप क्या करते हैं?
सागर :- मैं बादलों को सब कुछ दे देता हूं ।
तो मैंने बादल से पूछा । तुम इस पाप का क्या कर ते हो? बादलों ने एक अच्छा जवाब दिया
बादल :- मैं बारिश के रूप में उन्ही के घर में वापस भेज देता हूँ ।
कुल मिलाके कितानाभी प्रयास कर्लो इधर का एधर ही भुगतना हे हमें ।